जिलाधिकारी के माध्यम से दिया भारत सरकार नई दिल्ली व राष्ट्रपति को ज्ञापन
संत रविदास मंदिर के पुनः निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन करते दलित शोषण मुक्तिमच के लोग
कानपुर नगर| दलित शोषण मुक्ति मंच द्वारा बीती 10 अगस्त को तुगलाबाद दिल्ली स्थित गुरू रविदास मंदिर व चार समाधियों के विध्यवंस के विरोध में व पुनः निर्माण के लिए बडा चैराहा रामआसरे पार्क पर धरना देकर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति व भारत सरकार को ज्ञापन दिया गया। इस दौरान जिला संयोजक गोविन्द नरायन ने कहा गुरू रविदास मंदिर को हटाए जाने का मामला सक्षम न्यायालय में विचाराधीन था और उक्त प्रकरण पर विवाद हल हेतु समाधान योजना पर बात-चीत जारी थी लेकिन दिल्ली विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने उपराज्यपाल दिल्ली और मंदिर पक्ष के बीच विवाद को नजरअंदाल कर उक्त कार्यवाही की जिसकी सीधे तौर पर डीडीए जिम्मेदार है। चमन खन्ना ने कहा यह आजादी से पहले का मंदिर था। रविदास मंदिर दलितों का आस्था और भावनाओं से जुडा मुददा होने के कारण उपेक्षा और भेदभाव किया गया। टेक चन्द्र ने कहा मंदिर टूटना दलितों के साथ भेदभाव पूर्ण मानसिकता को दर्षाता है। आनन्द गौतम ने कहा मंदिर टूटने से दलित समाज में आक्रोश हैै और हर जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे है। वहीं मांग करते हुए कहा गया कि गुरू रविदास मंदिर का अविलम्ब पुनः निर्माण करे, प्रचाीन नगर समाधियों को उनके मूल स्थान पर बहाल किया जाये, दलितों की आस्था के प्रतीकों और महापुरूषों की प्रतिमाओं की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो, प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने के विरूद्ध कडी कार्यवाही हो तथा मंदिर पुनः निर्माण की मांग प्रदर्शन करने वाले गिरफ्तार लोगों को रिहा किया जाये। इस अवसर पर गोविन्द नरायन, शिव कुमार सोनवारी, शेखर भारती, जाफर आबिद, मो0 अकरम, हरी शंकर वर्मा, लक्ष्मी नारायन, हीरालाल, राकेश वर्मा, उमाकान्त, अनिल सिंह, संतोष बाल्मीकि, रूबी भारती, रंजीता, रानी, आनन्द गौतम, शकुन्तला देवी आदि मौजूद रहे।