कानपुर नगर | वरिष्ठ पत्रकार लोकेश प्रताप सिंह अब हमारे बीच नही रहे। उनकेे असमय निधन के साथ समाचार जगत व पत्रकार समाज में शोक की लहर दौड गयी। बुधवार को अनके अनुज मयंक ने बताया कि बीते दो वर्षो से लोकेश्ज्ञजी कैंसर रोग से पीडित चल रहे थे। उनका शव उनके निज निवास फैलाबाद पहुुंचा जहां से शाम 4 बजे उनके अंतिम संस्कार के लिए घाट पर ले जाया गया। लोकेश प्रताप सन् 1996 के आस पास अयोध्या में हिन्दु महासभा के संगठन का कार्य छोडकर पत्रकारित के खेत्र को अपना कैरियर बनाने के लिए विभव संवाद केंद्र दिल्ली गये। उसके बाद पत्रकारिता की उन्होने शुरूआत कानपुर से दैनिक जागरण से एक सामान्य रिपोर्टर के रूप में कार्य शुरू किया। संस्थान द्वारा उप संपादक के पद पर कार्य करते हुए उन्होने बांदा रायबरेली, पीलीभीत बतौर ब्यूरो चीक्ष पद पर कार्य किया और एक कुशल वक्ता व पत्रकार के रूप में प्रख्यात होने के बाद भी ग्राउंड रिपोर्टिंग से जुडे रहे। वह बतौर समाज सेवक के रूप में कार्य करते रहे तथा पीलीभीत में मेनका गांधी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अत्यंत करीबी रहते हुए प्रदेश सरकार के निफ्ड सलाहकार व सदस्य के रूप में भी रहे। बीते दो वर्ष से वह कैंसर से जूझ रहे थे और उनकी इस बीमारी को कोई जान भी नही सका।