कानपुर। देश के एक अनोखे प्रोजेक्ट में ग्रामीण इलाकों के घरों से मुफ्त में कूड़ा उठाया जाएगा और उसके बदले में ग्रामीणों को चाय पत्त्ती, टूथपेस्ट, तेल, मसाले और नमकीन जैसे दैनिक उपयोग की चीजें दी जाएंगी और वो भी बिल्कुल फ्री। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों से हुए अनुबंध के बाद नीलकंठ इनोवेटिव सॉल्यूशन ईश्वरीगंज में अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट तैयार कर रहा है। नीलकंठ इनोवेटिव सॉल्यूशन प्रोजेक्ट के तहत गंगा किनारे के एक दर्जन से ज्यादा गांवों के कूड़े-कचरे से गैस, तेल और कार्बन बनाया जाएगा। जल्द ही यह प्रोजेक्ट शुरू करने का दावा किया गया है। प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक यह देश का पहला ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसमें घर-घर से सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग जमा किया जाएगा। इसके बदले ग्रामीणों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। गीले कचरे से वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जाएगा। इस योजना में गंगा किनारे के रमेल नगर, मोहम्मदपुर, हिंदूपुर, गंभीरपुर, सिंहपुर, ईश्वरीगंज, बैकुंठपुर, उदयपुर, प्रतापपुर, हरिधर्मपुर, संभलपुर, गंगपुर, चकबदा आदि गांवों को शामिल किया गया है। इन गांवों से जमा किया गया कूड़ा ईश्वरीगंज स्थित ठोस, तरल अपशिष्ट प्रबंधन (एसएलआरएम) प्लांट में रिसाइकल किया जाएगा। घर से उठाए गए कूड़े के लिए ग्रामीणों को यूनिट नंबर दिया जाएगा। यही यूनिट नंबर उस घर का कोड नंबर होगा। इसी आधार पर हर घर को अंक दिए जाएंगे। अंकों के आधार पर ही हर घर को दैनिक उपयोग की वस्तुएं टूथपेस्ट, चायपत्ती, तेल, मसाले, बिस्किट, नमकीन आदि मिलेंगे। इसका भी कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के प्रचार प्रसार के लिए बिठूर के रमेल नगर में डीपीआरओ सर्वेश कुमार पांडेय ने स्वच्छता रथ रवाना किया। इस दौरान ग्रामीण अभियंत्रण के जेई आरके पालीवाल, डिप्टी सीएमओ एके कनौजिया, एडीओ पंचायत राकेश दीक्षित, नितिन श्रीवास्तव, ग्राम विकास अधिकारी राकेश झा, नेहा शुक्ला, ग्राम प्रधान राहुल मिश्रा, बालेंद्र सिंह, रामबहादुर, कुसुमा निषाद आदि मौजूद रहे।