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बेकाबू हुआ डेंगू, कईयो की चली गयी जान

सरकारी अस्पतालों व नर्सिंगहोमो में लगातार बढ रहे डेंगू के मरीज
शहर भर में लगा गंदगी का अम्बार, नही हो रही नाली, नालों की सफाई, जनता के खौफ

कानपुर नगर। दिन बीतने के साथ ही जहां डेंगू का वायरस और खतरनाक होता जा रहा है वहीं दर्जनों लोग इसकी चपेट में आकर अपनी जान गवां चुके है तथा सैकडों की संख्या में लोग इस वायरस की चपेट में है। सरकारी अस्पतालों तथा निजी नर्सिंगहोमो में लगातार मरीजों की संख्या बढती जा रही है। डेंगू का खौफ इतना है कि रहा सा बुखार भी लोगो में दहशत भर देता है, वहीं कुछनर्सिंगहोम वाले इसका बेजा फायदा भी उठा रहे है और डेंगू के लक्षण बतार तीमारदारों से पैसा ऐंठ रहे है। शहर के हैलट अस्पताल में लगातार डेंगू से मरीजों की मौत हो रही है। बीते दो दिनों में ही 5 लोग मौत की गाल में समा चुके है। डाक्टरों की माने तो डेंगू का वायरस पहले से और अधिक खतरनाक हो चुका है। अभी तक नगर में डेंगू से मरने वाले की संख्या 140 पार कर चुकी है। हैलट इमरजेंसी में अभी भी डेंगू संक्रमित गंभीर मरीज भर्ती है जिनका इलाज किया जा रहा है। डाक्टरो ने बताया कि यह वायरस किडनी तथा लीवर को
अधिक प्रभावित कर रहा है। दूसरी तरफ नर्सिंगहोम वाले इसका फयदा उठा रहे है और बुखार किसी भी प्रकार का हो लेकिन मरीज को डेंगू बता रहे है। तीमारदारों काके बताया जाता है कि प्लेटलेट्स कम हो गयी है और तीमारदारो से पैसा ऐंठ रहे है। दो दिन पूर्व ही एक कार्यक्रम में सीएमओ डा0 अशोक शुक्ला ने भी कहा था कि नर्सिंगहोम वाले मौके का फायदा न उठाये। फिलहाल डेंगू के मरीज बढ रहे है और इसकी रोकथाम नही हो पा रही है। वहीं शहर भर में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। शहर का कोई हिस्सा ऐसा नही है गंदगी न हो। नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग अभी भी लापरवाही बरत रहा है। कुछ इलाको को छोड शहर के किसी भी हिस्से में फाफिंग नही हो रही है। शाम होते ही मच्छरों का काफिला लोगो के घरो पर धावा बोल देता है। वहीं कुछ मरीज होम्योपैथिक पर विश्वास कर रहे है। होम्योपैथिक के जानकारो का कहना है कि डेंगू में प्लेटलेटस बढाने की अच्छी दवायें है लेकिन तत्काल आराम के लिए
ऐलोपैथिक उपचार आवश्यक है उसके बाद होम्योपैथिक से पूरी तरह इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है।

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