कानपुर नगर | प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में सुशासन की बात तो कही जाती है लेकिन खाकी खाकी की कार्यप्रणाली में कोई अन्तर नही आता। सरकारे आती है जाती है लेकिन खाकी का रवैया एक जैसा ही रहता है। पीडित की फरियाद न तो पहली बार में सुनी जाती है और नही रिपोर्ट दर्ज की जाती है। बडे अधिकारियों के हस्ताक्षेप से या न्यायालय के आदेश में मुकदमें दर्ज किये जाते है। उसके बाद भी कार्यवाही के नाम पर कुछ नही होता बल्कि पीडित को थाने में जलील किया जाता है। हजारो घटनाये ऐसी मिलेगी जिमसें शिकायतकर्ता को थाने से भगा दिया जाता है उसकी रिपोर्ट दर्ज नही की जाती, इसका क्या कारण है और पुलिस ऐसा व्यवहार क्यों करती है। इस व्यवस्था को सख्ती से ठीक कराने के लिए न बडे अधिकारियों ने कभी ध्यान दिया और न ही शासन ने। एक ऐसा ही मामला पुलिस की लापरवाही का फिर सामने आया है। पीडिता महिला भूरा सिंह पत्नी तेज बहादुर सिंह निवासी रावतपुर गांव थाना कल्यानपुर ने बताया कि उनकी पुत्री सेजल की उम्र 16 वर्ष की है उसके साथ बीते 3 मई को अपरहण व बलात्कार की घटना घटी। बताया उनकी नाबालिग पुत्री को एक महीने पहले बीच सउक से चार लडके अपहरण कर उठा ले गये थे और गैंग रेप की घटना को अंजाम देकर थाने के पास छोड कर भाग गये थे। बताया कि नकी पुत्री किसी प्रकार अपने घर पहुंची थी और आप बीती परिजनों को बताई थी। वहीं परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। पलिस ने पहले तो मामले को लेकर गंभीरता दिखाते हुए एफआईआर दर्ज कर ली लेकिन आज एक महीने बीतने के बाद भी एक आरोपी को नही पकडा। पीडिता अपनी पुत्री के साथ न्याय तथा कार्यवाही की गुहार लगाने के लिए एसएसपी कार्यालय पहुंची। पीडिता ने बताया कि आरोपी युवक अब उसे परेशान करने लगे है और मुकदमा वापस लेने के लिए दबाव बना रहे है। मुकदमा वापस न लेने पर तेजाब डालने की धमकी दे रहे है। पीडिता ने कहा वह लोग काभी भयग्रस्त है तथा मानसिक रूप से परेशान है।