गोरखपुर। मेडिकल काॅलेज में भर्ती विवाहिता की शनिवार को मौत हो गई। विवाहिता के पिता ने ससुरालियों पर दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को बाइक के लिए प्रताड़ित किया जाता था और पीट-पीट कर मार डाला। उन्होंने कहा कि दहेज न मिलने पर ससुरालियों की पिटाई से गंभीर उनकी बेटी की मौत हुई है। चिलुआताल थानाक्षेत्र के नकहा नम्बर दो भगवानपुर टोला के शिवप्रसाद जायसवाल पुलिस विभाग के रिटायर्ड दारोगा हैं। उनके बेटे विनोद की शादी बांसगांव के हरनही की रहने वाली मेवा जायसवाल की बेटी रीतू से हुई थी। शुक्रवार को उनको गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के आज बेटी की मौत हुई। रीतू के पिता ने बताया कि शादी में बाइक न दे पाने की वजह से बेटी के ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करते थे। कई बार रिश्ता टूटने की नौबत आ गई थी। रिश्तेदारों की मदद से समझौता हुआ था, लेकिन उसके बाद भी बेटी के साथ प्रताड़ना बंद नहीं हुई और आखिर में उसे मार ही डाला। रीतू के पिता ने बताया कि रिश्तेदारों को लेकर भगवानपुर पहुंचे जहां लोगों ने पीट-पीट कर हत्या की बात कही। मृतका के पिता की सूचना पर पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया है। जबकि ससुराल के लोगों का कहना है कि रीतू ने सल्फास खा ली। जब तबियत बिगड़ने लगी तो जानकारी हुई और वह लोग उसे मेडिकल कॉलेज लेकर आये।