एसडीएम व तहसीलदार कार्यालय के नाक के नीचे किया जा रहा अवैध धन उगाही।
मामला तहसील मुख्यालय पर स्थित खतौनी निकालने की एकल खिड़की का।
सोनभद्र | माननीय मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का सपना भले ही देख रहे हो।लेकिन दुद्धी तहसील का आलम कुछ अलग ही है।तहसील मुख्यालय पर स्थित एकल खिड़की पर खतौनी निकालने के लिए 15 रूपये निर्धारित शुल्क से ज्यादा रूपये लोगो से लिया जा रहा है।और हैरत की बात यह है कि यहाँ के अधिकारियों के कान में जू तक नहीं रेंग रहा है। बताते चले कि पिछले तहसील दिवस में जब डीएम प्रमोद उपाध्याय दुद्धी आये थे तो भाजपा नेता कमलेश सिंह कमल ने उनको अवगत कराया था कि तहसील के एकल खिड़की पर खतौनी निकालने के नाम पर मनमाने ढंग से रूपये लिए जाते है और कोई खतौनी निकालने के लिए कोई निर्धारित रेट भी चस्पा नहीं है इस पर डीएम के निर्देश पर एकल खिड़की पर खतौनी निकालने के लिए प्रति खतौनी 15 रूपये की दर लिस्ट तो चस्पा चस्पा कर दिया गया लेकिन मंगलवार को तहसील दिवस के मौके पर खतौनी निकालने आये लोगो से 20 रूपये वसूले जा रहे थे। और चस्पा रेट लिस्ट को भी फाड़ दिया गया है।
सेक्टर अध्यक्ष गोरखनाथ अग्रहरि तथा भाजपा कार्यकर्त्ता अलोक सोनी ने बताया की तहसील में खतौनी के 15 रूपये शुल्क की जगह 20 रूपये लिया जा रहा है।जो सरासर गलत है, गोरखनाथ ने आरोप लगाया कि इस रवैये में तहसील प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है क्योंकि जब मुख्यालय पर खतौनी निकालने के लिए 15 रूपये की जगह 20 रूपये वसूले जा रहे है तो यहाँ की ग्रामीण आदिवासी जनता को न्याय पाने में क्या क्या मस्सकत करने पड़ते होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इस में अबिलम्ब सुधार नहीं किया गया तो यह इसकी शिकायत मुख्यमंत्री जी से करेंगे।