अयोध्या। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र व क्ळच् प्रशांत कुमार अयोध्या पहुंच गए हैं। दोनों अधिकारियों ने 9 अप्रैल से शुरू हो रहे नौ दिवसीय राम जन्मोत्सव की तैयारियों को लेकर राम मंदिर सहित अयोध्या का निरीक्षण और बैठक किया। राम जन्मोत्सव को लेकर रामजन्मभूमि में राम मंदिर ट्रस्ट और सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक की। डीएम नीतिश कुमार ने बताया कि 17 अप्रैल को राम जन्मोत्सव का मुख्य पर्व मनाया जाएगा। 3 दिनों पहले से राम मंदिर भोग,आरती और पूजन के समय को छोड़कर 24 घंटे खुला रहेगा।नवमी के बाद भक्तों की संख्या को देखते हुए आगे का निर्णय लिया जाएगा। आईजी रेंज अयोध्या प्रवीण कुमार ने बैठक के बाद बताया कि राम जन्म भूमि की सुरक्षा को लेकर उच्च स्तरीय बैठक संपन्न हुई है। बैठक के पूर्व दोनों उच्च अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण कर सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए हैं। बैठक में राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। राम लला के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं की व्यवस्थाएं बेहतर करने के निर्देश हैं।आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न होने पाए। यह हम सभी का प्रयास है। उन्होंने कहा कि राम नवमी पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ठहरने की व्यवस्था, पेयजल की व्यवस्था, मेडिकल व्यवस्था व अन्य सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। रामनवमी के पर्व पर लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। 17 अप्रैल को रामनवमी का मुख्य पर्व होगा। भव्य और दिव्य मंदिर में भगवान राम लला की मनाई जाएगी पहली रामनवमी मनेगी। इस अवसर पर क्राउड मैनेजमेंट के लिए मुख्य सचिव व डीजीपी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस मेले में कोई लापरवाही न होने पाए इस पर खास ध्यान दिया गया है। आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि अधिकारियों के सभी निर्देशों का पालन कराया जाएगा। बैठक में एडीजी जोन अमरेंद्र कुमार सेंगर, कमिश्नर गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, डीएम नीतीश कुमार, एसएसपी राजकरण नैय्यर व अन्य अधिकारी रहे मौजूद, बैठक में ट्रस्ट के पदाधिकारी व सदस्य भी रहे मौजूद।इस बीच एडीजी जोन लखनऊ अमरेंद्र सेंगर ने राम जन्मभूमि पहुंचकर एसएसपी अयोध्या राज करन नैय्यर के साथ निरीक्षण किया।राम जन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व रामनवमी मेले की तैयारी को लेकर मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र व डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंदिर परिसर में समीक्षा बैठक कर एयरपोर्ट से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी के बाद इस बार की रामनवमी यानी राम जन्मोत्सव ऐतिहासिक होगा। इस उत्सव को राम मंदिर, कनक भवन, श्रीरामवल्लभाकुंज, दशरथ महल और लक्ष्मण किला सहित 10 हजार मंदिरों में बेहद धूमधाम से मनाया जाएगा। उत्सव के अंतिम तीन दिन भक्तों की भीड़ करीब 30 लाख से ज्यादा होने का अनुमान है। महोत्सव की तैयारी में जिला प्रशासन और राम मंदिर ट्रस्ट जुट गया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रोज लगभग डेढ़ लाख लोग मंदिर पहुंच रहे हैं। रामनवमी के मौके पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आने-जाने की सुविधा और सुरक्षा पर मंथन चल हुआ है।