तुलसी उद्यान में श्रीराम के मनमोहक स्वरूप में मगन है अयोध्या
अयोध्या। दशरथ घर जन्मे ललनवा हो रामा…की बधाईयों से अयोध्या का तुलसी उद्यान गूंज उठा। कबीर,तुलसी के भजनों से यह मंच श्रीराम जन्मोत्सव की धूम में मगन है। राम उत्सव के अंतर्गत तुलसी उद्यान में चल रहे भक्ति परक सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रभु राम के मोहक स्वरूप से लेकर उनके निराकार रूप का स्मरण गीत,संगीत,नृत्य के माध्यम से किया जा रहा है। प्रयागराज से आए ओम प्रकाश पटेल के दल ने कोई करे ना गुमान इस तन पर गाकर निर्गुण भक्ति का वातावरण बना दिया। भक्ति की प्रथम योग्यता सत्संग को निरूपित करते हुए गाया ऐ मेरे दोस्त सत्संग करना,कुसंगत है दोष इसके बाद आइहे पिया लई के डोली कहार से जीवन की नश्वरता का भान कराया।
इसके बाद तनी भीतर धो के जानी भजन से आत्मा की शुद्धता और लीला गजब तुम्हारी जगत में गाकर परमात्मा की उपस्थिति को प्रणाम किया। राम भजन कर भाई,बीती जाई उमरिया भजन से कलाकारो ने दर्शकों को अपने साथ गाने पर विवश कर दिया।अपने श्वेत परिधान और प्रस्तुति से दर्शकों को मोहने वाले इस दल में संगतकार प्रेम प्रकाश ढोलक पर,हारमोनियम पर सूर्य प्रकाश,करताल पर दूधनाथ, और मंजीरे पर जय प्रकाश थे जबकि सहगायक दिवाकर पटेल ने साथ दिया।