अवनीश तिवारी/श्याम बाबू सैनी
सीतापुर | नैमिष धाम से कानपुर के लिए कैसरबाग डिपो लखनऊ द्वारा चलायी जाने वाली एकमात्र बस उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की घोर लापरवाही के कारण आये दिन खराब होकर रास्ते में खड़ी हो जाना आम बात हो गई है जिस कारण यात्रियों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है | कैसरबाग डिपो लखनऊ द्वारा मात्र एक रोडवेज बस नैमिषारण्य धाम से कानपुर के लिए चलायी जा रही है | जो बेनीगंज, सण्डीला,चकलवंशी और उन्नाव होते हुए कानपुर जाती है जिस पर यात्रियों को खड़े होकर भी सफर करना पड़ता है | इसका कारण परिवहन विभाग द्वारा दूसरी बस का संचालन नहीं किया जाना है | यही नहीं इस मार्ग पर डिपो द्वारा इतनी खटारा बस भेजी जाती है जो कभी भी रास्ते में खड़ी हो सकती है | इसका ताजा उदाहरण 12 नवम्बर की प्रातः नैमिषारण्य से कानपुर जाने वाली बस नैमिषारण्य से मात्र 2 किलोमीटर दूर भी न चल सकी थी कि उसका बैरिंग टूट गया | कंडक्टर द्वारा डिपो अधीक्षक को फोन पर अवगत कराया गया जिस पर अधीक्षक द्वारा 1 घंटे में बस मैकेनिक भेजने का आश्वासन देकर फोन बंद कर दिया गया | दूसरी बस न होने से व 1 घंटे में बस आने के आश्वासन पर सवारियों को 5 घंटों तक इंतजार करने पर भी कोई बस नहीं आई |
यात्री विनीत सैनी ने बताया कि कल इसी बस से नैमिषारण्य आ रहे थे कि अचानक बस की लाईट फेल हो गई जिससे 2 घंटे लेट हो गए यात्री रामवीर उपाध्याय ने बताया कि फोरमैन द्वारा बस का निरीक्षण सही ढंग से नहीं किया जा रहा है फोरमैन द्वारा की जा रही इस प्रकार की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है | हरीश त्रिपाठी ने बताया कि नैमिषारण्य से कानपुर के लिए कम से कम दो बसों का संचालन किया जाना चाहिए जिससे एक के खराब होने पर दूसरी से सफर किया जा सके | कुल मिलाकर डिपो के उच्च अधिकारियों द्वारा अपनी जिम्मेदारी में की जा रही इस लापरवाही से किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है |