पिरौना, उरई । जनपद जालौन के ग्राम सेवढ़ी, सेई, भिटारा, पचोखरा, चावनपुरा, सोमई, गिरथान, कुरकुरु, खदानी, बिनौरा, खेरा, अकोढ़ी, नुनसाई, धमसैनी, विरासनी, मवई, छिरावली, गुमावली, धुरट, इगुइखुर्द, जमरोहीखुर्द, इगुइकला, पिरौना जैसे सैकड़ो गांवो में हजारों एकड़ की फसलों को पानी नही मिला तो फसलें बर्बाद हो जाएगी फसलों की सिंचाई के लिए नहर में पानी न होने से चहु ओर किसान परेशान हैं। लेकिन विभाग किसानों की समस्या से अनजान बनकर उन्हें सिंचाई की सुविधा नहीं दे पा रहा है कोंच विकास खंड के अन्तर्गत आने वाली ग्राम सभा पिरौना के किसान इन दिनों अपनी गेंहू की फसल को लेकर काफी परेशान है। बेहतर फसल के लिए उन्हें खेतों में पानी की जरूरत है। लेकिन उन्हें पानी नहीं मिल पा रहा है। सरकारी तन्त्र की नहर में पानी न छोड़ने से किसानों की यह मुराद पूरी नहीं हो पा रही है। गांव के पास से निकली हमीरपुर शाख नहर जिसमे पानी न होने से किसानों को मुंह चिढ़ा रही है। किसानो को अधिकारीयों की इस उदासीनता से पैसों के एवज सिंचाई कराने पर मजबूर होना पड़ रहा है। जो उनकी परेशानी पर नमक छिड़के जाने जैसा है। वहीं किसानों की तमाम समस्याओं से पांच सालों तक मुंह मोड़े रखने वाले राजनेता एक बार फि र चुनाव की डुगडुगी बजाकर राहत देने का झासा देकर उसे बरगलाने में लगे हुए है। पिरौना निवासी राजाराम, श्यामू, गंगा प्रसाद, अनिल कुमार तथा सूरज व प्रभाकर, प्रमोद खरे, सुरेन्द्र पाल, आत्माराम, जयराम, देवेन्द्र यादव, आनन्द किशोर यादव, उमाशंकर यादव, सरजू प्रसाद यादव, हरिश्चंद्र सिरौठिया, प्रदीप कुमार, राम सिंह, मोहम्मद लतीफ, विकास सिरोठिया, देवेंद्र पाल, वीरेंद्र निरंजन, अवधेश निरंजन, बॉबी पंडा, संजू तिवारी, जितेंद्र निरंजन जैसे किसानों के खेत में खड़ी गेंहू, मटर, मसूर की फसलें की सिचाई के लिए जिलाधिकारी से नहरों में पानी देने की मांग की है