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कदौरा क्षेत्र आज भी जर्जर सड़क का दंश झेल रहे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से लगाई गुहार

कदौरा से बड़ागांव 6 किमी कच्ची सड़क पर आए दिन दुर्घटना व मुसीबत को सह रहे ग्रामीण

इन्ही सड़को से गुजरकर जाता है सरकार को खनन से गाढ़ा राजस्व

क्षुब्द ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार सहित आगामी धरने के किया आगाह
कदौरा/जालौन ।कदौरा खनन क्षेत्र ग्रामीनाचल में जनता के आवागमन के मुख्य मार्ग कच्चे व जर्जर होने के कारण लोगो को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता है जबकि उक्त सड़क के रास्ते ही बॉलू घाट से बॉलू ट्रक हाइवे तक पहुंचते है व सरकार को गाढ़ा राजस्व भी प्राप्त होता है लेकिन गौरतलब की आवश्यकता है जिससे उक्त मार्गो की दुर्दशा भी ठीक हो सके।पीड़ित ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी दरबार मे ज्ञापन देकर सड़क बतवाये जाने की मांग की गयी एव समाधान न होने की स्थिति में वोट बहिष्कार का भी ऐलान किया गया।


गौरतलब हो कि कदौरा बॉलू खनन क्षेत्र कदौरा जलालपुर रोड से जोड़ने वाले बड़ागांव मार्ग जर्जर व कच्चे होने के कारण भेंडी व बड़ागांव सहित आस पास के मजरा वासियो को बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ता है ग्रामीणों ने बताया कि उक्त 6 किमी रास्ता जो कि कच्चा है और अगर बारिश हो जाये तो कीचड़ युक्त मिट्टी हो जाती जिसमे चलना दूभर है व आवाजाही करने वालो को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है वही भेंडी से बड़ागांव होते हुए कदौरा 10 किमी सड़क कच्ची व जर्जर है जिसमे वारिश में लोगो को आसानी से निकलना टेढी खीर साबित होता है ऐसे में ग्रामीणों की मजबूरी है कि उक्त गांव निवासियों को असप्ताल य अन्य कार्य से कदौरा य हाइवे पर आना है तो कड़ी मशक्कत के सामना करना पड़ता है।
जबकि उक्त सड़क पर बॉलू घाट से ट्रक बॉलू भरकर इन्ही रास्ते से कदौरा हाइवे तक आते है उक्त खनन से सरकार का करोड़ो का राजस्व भी प्राप्त होता है फिर भी उक्त मालदार इलाका अपने ही विकास की बाट जोह रहा है ग्रामीणों ने प्रसाशन से मांग की गयी कि उक्त मार्ग का पक्का निर्माण कराया जाये क्यो कि ये मार्ग वर्ष 1985 में बना था उसके बाद कुछ ही वर्षो में ये सड़क पूर्णतया जर्जर हो चुकी है जिसकी कभी किसी ने सुध नही ली जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में समस्या का सामना करना पड़ता है।ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर मांग की है कि उक्त सड़क समस्या का यदि समाधान नही हुआ तो ग्रामीण आगामी विधान सभा चुनाव में मतदान बहिष्कार करेंगे।

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