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बिजली विभाग के रडार पर 5600 बकायेदार

इटावा (यूएनएस)। ओटीएस योजना के समाप्त होने के बाद 10 हजार से लेकर एक लाख से ऊपर के 5600 बकायेदारों पर विद्युत विभाग ने सख्त कार्रवाई करने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। जनपद में चैथे चरण के लिए मतदान समाप्त होते ही कार्रवाई को शुरू की जाएगी। अधिशासी अभियंता खंड प्रथम राहुल बाबू कटियार ने बताया कि मार्च से पूर्व 10 हजार से लेकर 50 हजार व 1 लाख से अधिक के बकायेदार की श्रेणी में 9600 उपभोक्ता आ रहे थे। ओटीएस योजना के तहत 4000 बकायेदारों ने तो अपना बकाया जमा करा दिया, जबकि 5600 बकायेदार अभी भी बिना बिल की अदायगी किए हुए ही बिजली जला रहे हैं। उन्होंने बताया कि जो बकायेदार स्वेच्छा से अपना बकाया जमा कर देंगे, उनको छोड़ कर बाकी समस्त बकायेदारों के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। 132 केवीए उपकेंद्र कुनैरा से पोषित 33 केवीए के उपकेंद्र सराय भूपत व 33 केवीए उपकेंद्र उदी अभी एक ही लाइन से ही संबद्ध हैं। उदी क्षेत्र में फाल्ट होने पर दोनों ही उपकेंद्र की आपूर्ति बाधित होती है। इससे बचने के लिए की पावर कारपोरेशन की संस्तुति पर विद्युत विभाग द्वारा दोनों उपकेंद्रों की लाइनें अलग-अलग करने की योजना बनाई जा रही है। अधीक्षण अभियंता इटावा मंडल एसके शर्मा ने बताया कि अभी उदी उपकेंद्र का लोड फेक्टर अधिक आ रहा है। इसके साथ ही यदि सराय भूपत उपकेंद्र से पोषित क्षेत्र में कोई फाल्ट होता है, तो लाइनों की मरम्मत को लेकर शटडाउन लेने पर दोनों उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है। इसके चलते उपभोक्ताओं को बिना वजह की विद्युत कटौती का दंश झेलना पड़ता है। यही हाल उदी क्षेत्र में फाल्ट के दौरान होता है। इस समस्या से निपटने के लिए ही विभाग द्वारा दोनों उपकेंद्रों की लाइनें अलग कराई जा रही हैं। यह कार्य जनपद में चुनाव समाप्त होने के बाद मई में शुरू कराया जाएगा।

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