बांदा। जहां एक तरफ पूरी दुनिया में पर्यावरण क्लाइमेट चेंज का खतरा मंडरा रहा है। वृक्षों की कमी से मौसमों में भरी बदलाव हुआ है। जिसके चलते हर वर्ष भारत में तबाही देखी जा रही है। वहीं भारत देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर्यावरण सुधारने के लिए पेड़ लगाओ अभियान पिछले कई सालों से चला रही। इसके तहत हर वर्ष करोड़ों के पेड़ लगाए जाते है। वहीं उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में वन विभाग लकड़ी माफियाओं के साथ मिलकर प्रतिबंधित और सरकारी पेड़ कटान में भागीदारी निभाता नजर आ रहा है। जिम्मेदार दो ही पेड़ काटे जाने की बात कह रहे हैं। जबकि मौके पर हैरान कर देने वाली तस्वीर देखने को मिली। वहीं किसान ने साफ शब्दों में वन विभाग के अधिकारियों द्वारा पैसे लेकर मामला रफा-दफा करने का आरोप लगाया है। जहां जिला वन अधिकारी बात को घुमाते नजर आए। वहीं वन दरोगा ने पहले ही पोल खोल दी थी।
यह पूरा मामला जनपद के अतर्रा मार्ग का है। जहां वन विभाग को अवैध पेड़ कटान की सूचना मिली। जिम्मेदार अधिकारी मौके पर गए जहां उन्हें दो पेड़ ही कटे नजर आए और जिला वन अधिकारी की माने तो पेड़ काटने वाला अभी अज्ञात और अज्ञात पर ही मुकदमा लिखा गया है। वहीं लकड़ी जब्त करने की बात भी कही है। मौके पर दर्जनों पेड़ की लकड़ी कटी मिली। जिनकी कीमत लाखों में है। जबकि जिला वन अधिकारी ने लकड़ी माफिया को अज्ञात घोषित किया है।