सोमवार तक स्थगित हुआ शीतकालीन सत्र
रंजीव
लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को भी विपक्ष के हंगामें के कारण ठीक से नहीं चल पाया है। शुक्रवार को सत्र शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के विधायकों ने वेल में आ कर हंगामा करना शुरू कर दिया और जम कर नारेबाजी करते रहें। दूसरे दिन भी सपा-कांग्रेस के विधायकों ने बिजली के बढ़े हुए रेट्स को लेकर जमकर हंगामा किया। सदन कई बार स्थगित होने के बाद भी सपा-कांग्रेस के विधायक बेल में आकर बिजली के बढ़े रेट्स को लेकर हंगामा करने लगे। वही, जब विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्यमंत्री ने बिजली रेट्स को लेकर पुर्नविचार का आश्वासन दिया, तब विपक्षी विधायकों ने धरना खत्म किया। सपा विधायकों ने सदन में धरना-प्रदर्शन कर बिजली दरों में की गई मूल्य वृद्धि वापस लेने की मांग की। कहा कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे सदन से सड़क तक विरोध करेंगे। सपा विधायक मो० फहीम ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, तब से महंगाई आसमान छू रही है। इस पर बिजली के दाम बढ़ाना जनता की कमर तोड़ना है। लिहाजा समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से इसका विरोध करेगी और बढ़ी बिजली दरों को वापस लेने की मांग करेगी। चाहे इसके लिए सड़कों पर उतरना पड़े।
वहीं, हंगामे के बीच सदन से बाहर आकर सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा- “केवल 47 लोगों के लिए पूरी विधानसभा बंधक हो जाये इसकी अनुमति नहीं मिलनी चाहिए। इन 47 लोगों की वजह से बाकी विधायकों की आवाज दबनी नहीं चाहिए, इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम कर सपा को लताड़ा और कहा कि सरकार बिजली पर चर्चा करने को तैयार हैं लेकिन हंगामा बरदाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार बिजली पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन वो चर्चा नहीं कर रहे हैं। अब तक 4 से 5 जिलो में ही बिजली आती थी, इनके समय में और सदन में सपा के लोग चर्चा से भाग रहे हैं। विपक्ष चर्चा की बजाय अव्यवस्था का माहौल बना रहा है। सरकार चर्चा को तैयार लेकिन सपा चर्चा से भाग रही है। सीएम ने कहा कि सपा के समय बिजली की हालत खस्ता थी। बीजेपी सरकार ने बिजली की सप्लाई के समय में इजाफा करने के साथ ही ट्रांसफार्मर को जल्द से जल्द बदलवाने का काम किया है। किसानों के लिए ट्यूबवेल का कनेक्शन देने में सुविधा दी। सपा को हर जगह से असफलता मिली टी सदन नही चलने देना चाह रही है। लोगों के हितों पर कुठाराघात कर रही है सपा। सपा को किसानों, नौजवानों की खुशहाली पच नही रही है। वंशवादी और जातिवादी राजनीति खत्म ना हो जाये इसलिए सपा हंगामा कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि सदन में सपा की नोटिस पर सरकार चर्चा करने को तैयार लेकिन सपा भाग रही है। सपा सदन को बाधित कर रही है। सरकार प्रदेश में विद्युत वितरण के लिए भेदभाव विहीन कार्य करने के लिए संकल्पित है। उन्होंने कहा कि किसान को हम 1 रूपए 10 पैसे प्रति यूनिट बिजली दे रहे है। उसे डीजल की जरूरत्त नही पड़ रही है। मैंने पहले ही कहा था आप किसी मुद्दे पर चर्चा कीजिये। तो फिर चर्चा क्यों नही कर रहे हैं। हम बिना किसी भेदभाव के कामकर रहे है। इन्हें डर लगता है कि अगर किसानों और जनता के काम हुआ तो इनका वंशवाद ख़त्म हो जायेगा। ये आचरण सपा का निंदनीय है। प्रदेश परिवार वाद से उबर रहा है इनको विकास हजम नही हो रहा है। वहीं, सपा नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा- “बिजली दरों में जो भारी इजाफा किया गया है। इससे सभी वर्ग का कमर तोड़ दिया गया है। सरकार किसान विरोधी है। सरकार अड़ियल रवैया अपनायी हुई है सदन का काम पूरे तरीके से बाधित है।