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एनटीपीसी सीएमडी ने किया एनसीएल की निगाही खदान का दौरा

जिला सिंगरौली | एनसीएल सीएमडी एवं निदेशक मंडल ने कोयला खनन एवं प्रेषण प्रणाली की जानकारी दी देश के सबसे बड़े बिजली घर विंध्यांचल सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट का मुख्य कोयलाआपूर्तिकर्ता है एनसीएल का निगाही क्षेत्र नैशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एनटीपीसी) के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने शनिवार को नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) की निगाही कोयला खदान का दौरा किया। एनसीएल का निगाही कोयला क्षेत्र एनटीपीसी के विंध्यांचल सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (वीएसटीपीपी), विंध्यनगर का मुख्य कोयला आपूर्तिकर्ता है, जोकि देश का सबसे बड़ा बिजली घर है। निगाही खदान के व्यू पाइंट पर एनसीएल के सीएमडी श्री पी.के. सिन्हा, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री गुणाधर पाण्डेय और निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री पी.एम. प्रसाद ने श्री गुरदीप सिंह को कोयला खनन एवं प्रेषण (डिस्पैच) से जुड़े विभिन्न पहलुओं की विस्तार से जानकारी दी। श्री सिंह ने निगाही खदान में तैनात ‘बजरंग’ ड्रैगलाइन का भ्रमण भी किया और भारी मशीनों (एचईएमएम) में विशालतम ड्रैगलाइन की कार्यप्रणाली बारीकी से समझी। निगाही खदान दौरे के दौरान उन्होंने कोयला खनन से पहले की जाने वाली ब्लास्टिंग भी देखी।
एनसीएल का सबसे बड़ा कोयला क्षेत्र है निगाही एरिया
निगाही कोयला क्षेत्र (एरिया) एनसीएल का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक एवं प्रेषक कोयला क्षेत्र है। वित्त वर्ष 2018-19 के लिए निगाही क्षेत्र को 18.25 मिलियन टन कोयला उत्पादन एवं प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है। क्षेत्र ने चालू वित्त वर्ष में 11 जनवरी तक 13.80 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया है, जोकि इस अवधि में क्षेत्र को दिए गए निर्धारित प्रेषण लक्ष्य का लगभग 101.50 प्रतिशत है। वर्तमान वित्त वर्ष में 11 जनवरी तक 13.95 मिलियन टन कोयला उत्पादन के साथ निगाही क्षेत्र ने अभी तक क्षेत्र को दिए लक्ष्य का लगभग 102 प्रतिशत कोयला उत्पादन किया है। निगाही क्षेत्र अपने कुल कोयला प्रेषण का लगभग 95 प्रतिशत एनटीपीसी के विंध्यांचल सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, विंध्यनगर को आपूर्ति करता है वीएसटीपीपी के पास सामान्य से 73 प्रतिशत अधिक कोयला स्टॉक
विंध्यांचल सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट, विंध्यनगर बिजली उत्पादन हेतु आवश्यक कोयला आपूर्ति के लिए पूरी तरह से एनसीएल पर निर्भर है। राष्ट्र के विकास को गति देने में अपने दायित्व निर्वहन हेतु एनसीएल की प्रतिबद्धता का ही नतीजा है कि आज देश के सबसे बड़े बिजली घर के पास सामान्य से 73 प्रतिशत अधिक कोयले का स्टॉक मौजूद है। वीएसटीपीपी के पास सामान्य तौर पर 15 दिनों तक बिजली उत्पादन में उपयोग हेतु कोयला स्टॉक होना चाहिए। लेकिन एनसीएल द्वारा की जा रही कोयले की भरपूर आपूर्ति के चलते वीएसटीपीपी के पास 26 दिनों का कोल स्टॉक है।
एनसीएल का आधे से अधिक कोयला एनटीपीसी को
एनसीएल देश के लगभग 15 प्रतिशत कोयले का उत्पादन करती है, जोकि देश की लगभग 10 प्रतिशत बिजली उत्पादन में सहायक है। एनटीपीसी भारत की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी है और एनसीएल अपना आधे से अधिक कोयला एनटीपीसी के विभिन्न बिजली घरों को ही सप्लाई करती है |

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