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वृक्षारोपण लक्ष्य प्राप्ति के लिए खानापूर्ति ना करें विभाग: द्विवेदी

पौधों की सुरक्षा के लिए सीमेन्ट प्रीकास्ट ट्री गार्ड एवं पौधों का वार्षिक रखरखाव अनिवार्य
डिप्लोमा इंजीनियर्स लोक निर्माण विभाग दे चुका है विस्तृत प्रस्ताव
लखनऊ। लोक निर्माण विभाग डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के प्रदेश अध्यक्ष इं. एन.डी. द्विवेदी ने एक बार फिर शासन और विभागाध्यक्ष का ध्यान प्रतिवर्ष होने वाले वृक्षारोपण अभियान और उस पर होने वाले खर्च की तरफ आकर्षित करते हुए वृक्षारोपण की सार्थकता के लिए पौधों की सुरक्षा हेतु सीमेन्ट प्रीकास्ट ट्री गार्ड की अनिवार्यता पर बल दिया है। उन्होंने बताया कि संघ इस सम्बंध में तत्कालीन प्रमुख अभियंता और विभागाध्यक्ष को विस्तृत प्रस्ताव दे चुका है। उनका कहना है कि दुर्भाग्य वश पिछले वर्ष संघ द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर शासन विभाग की सहमति के बावजूद भी कोई निर्णय नही हो पाया। उन्होंने कहा कि विभाग में गैंगमैन की भर्ती दो दशकों से अधिक समय से प्रतिबंधित होने के कारण अधिकाधिक रोपित पौधे सुरक्षा एवं रखरखाव के अभाव में जीवित नहीं रह पाते । इस प्रकार सरकार का लाखों वृक्षारोपण का लक्ष्य वास्तविक रूप में मात्र खानापूर्ति एवं औपचारिकता रह जाती है । उन्होंने कहा कि संघ इस सम्बंध में मांग करता है कि वास्तविक एवं व्यावहारिक तथ्यों के परिपेक्ष्य में वृक्षारोपण कार्य के लिए पौधों के रोपण ,पौधों के वार्षिक देखरेख, पौधों को साप्ताहिक आधार पर सिंचित करने एवं पौधों की सुरक्षा इत्यादि के लिए अनुबंध गठित किया जाए। वृक्षारोपण को विशेष परिस्थिति कार्य मानते हुए टेण्डर प्रक्रिया शिथिल और आफ लाइन करने और व्यय भार हेड के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किए जाए।अगर ऐसा निर्णय नही लिया जाता तो फिर वृक्षारोपण का कार्य विशेषज्ञ एवं अधिकृत वन विभाग से कराया जाए ताकि वृक्षारोपण के नाम पर हो रहे अपव्यय को रोका जा सकें।
शासन और विभाग का ध्यान एक महत्वपूर्ण मुद्दे की तरफ उठाते हुए अध्यक्ष इं. एन.डी. द्विवेदी ने बताया कि मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन द्वारा चार जून 2021 को निर्गत शासनादेश के द्वारा वर्ष 2021-22 में पूर्व में निर्धारित 30 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। 15 जून तक पौधरोपण के लिए स्थल चयन और मृदा कार्य पूरा किया जाना है। वृक्षारोपण के सम्बंध में संघ द्वारा विभाग को एक पत्र 8 जून 2020 और दूसरा पत्र 20 जुलाई 2020 को प्रेषित करते हुए कहा गया था कि प्रतिवर्ष प्रदेश मेें करोड़ों पौध रोपण के लक्ष्य की प्रतिपूर्ति के लिए विभाग को भी लाखों पौधरोपण का लक्ष्य दिया जाता है। लेकिन विभाग में इस सम्बंध में स्पष्ट गाइड लाइन न होने के कारण चयनित साइडों पर पौधरोपण का कार्य तो किसी प्रकार करा दिया जाता है फोटो खींचकर शासन को प्रेषित कर दिया जाता है लेकिन ट्री गार्ड और रखरखाव के अभाव में अधिकाधिक पौधरोपण नष्ट हो जाते है ऐसे में शासकीय धन का दुरूपयोग और वृक्षारोपण का मकसद अपूर्ण रह जाता है। कई बार जाॅच के दौरान स्थिति असहज हो जाती है। वृक्षारोपण पर होने वाले व्यय का कोई हेड निर्धारित न होने से उहापोह की स्थिति रहती है। ऐसे में संघ का मत है कि पौधरोपण भले कम संख्या में किया या कराया जाए लेकिन जो भी किया जाए वह उपयुक्त तरीके से किया जाए। ऐसे में वृक्षारोपण के लिए गड्ढ़े खोदने, उन्हे रोपित करने, उनके वार्षिक रखरखाव एवं सुरक्षा हेतु सीमेन्ट प्रीकास्ट ट्री गार्ड के सम्बध में तत्काल निर्णय लेते हुए स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किये जाए। संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इं श्रवण कुमार यादव महामंत्री इं प्रकाश चंद एवं प्रांतीय चेयरमैन संघर्ष समिति इं एस के त्रिपाठी ने विभाग एवं शासन से इस प्रकरण पर कम समयावधि को देखते हुए तत्काल निर्णय लिए जाने की मांग की है।

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