‘नायिका’ मेगा इवेंट का आज होगा आयोजन
पढ़ रहीं बेटियां यूपी में आगे बढ़ रहीं हैं बेटियां
मेधावियों व जेंडर चैंपियन का किया गया सम्मान, अब संभलेंगी प्रशासनिक पदों की कमान
लखनऊ। पढ़ रहीं बेटियां यूपी में आगे बढ़ रहीं हैं बेटियां… सशक्त महिला से सशक्त बन रहा समाज… मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वृहद मिशन शक्ति अभियान से प्रदेश की महिलाओं व बेटियों के कदम विकास पथ पर बढ़ रहे हैं। यूपी सरकार प्रदेश की बेटियों के सम्मान, स्वावलंबन और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ‘नायिका’ मेगा इवेंट का आयोजन किया जाएगा। यूपी में मेधावी बालिकाओं और जेंडर चैंपियन महिलाओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से नायिका इवेंट के तहत जनपद में मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पदों को ग्रहण करते हुए एक दिन के लिए कामकाज संभालेंगी।
महिला कल्याण विभाग और बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के संयुक्त सहयोग से अभियान के तहत 10 वीं 12 वीं कक्षा में राज्य बोर्ड से प्रथम आने वाली छात्राओं को पांच और बीस हजार की नकद राशि से पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही प्रदेश की लगभग 450 मेधावी छात्राओं और 5,000 जेंडर चैंपियन को भी मिशन शक्ति अभियान के तहत सम्मानित किया जा चुका है। यूपी में बालिका दिवस पर इन मेधावियों व जेंडर चैंपियन के हाथों में एक दिन के लिए प्रशासनिक विभागों की कमान सौंपी जाने से इन सभी में उत्साह की लहर नजर आ रही है। ये मेधावी व जेंडर चैंपियन सांकेतिक ‘अधिकारी’ के तौर पर एक दिन के लिए नियुक्त की जाएंगी।
प्रदेश में नवजात बेटियों का मनाया गया जन्मदिवस*
आधी आबादी को सशक्त बनाने के सरकारी प्रयास जमीनी स्तर पर रंग ला रहे हैं। प्रदेश की महिलाओं व बेटियों को इस अभियान से न सिर्फ सरकारी योजनाओं की जानकारी मिल रही है बल्कि उनको इन योजनाओं का लाभ भी सीधे तौर पर मिल रहा है। इस दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाते हुए 22 जनवरी को सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली बेटियों का जन्मदिवस मनाया गया। जिसके तहत योगी सरकार की ओर से मां व बेटी को उपहार वितरित किए गए। इस कार्यक्रम के तहत यूपी की 2005 नवजात बेटियों को सम्मानित किया गया।
महिला कल्याण विभाग के निदेशक मनोज कुमार राय ने बताया गया कि राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर विभाग द्वारा समस्त जनपदों में “नायिका” मेगा इवेंट का आयोजन कर मेधावी बालिकाओं व जेंडर चैंपियन महिलाओं को प्रशासनिक पदों पर नियुक्त कराकर प्रदेश में उनका सम्मान किया जाएगा। इसके साथ ही उनको अन्य लोगों के लिए रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। इस कार्यक्रम से दूसरी बालिकाओं और महिलाओं को प्रोत्साहन मिलेगा।