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सिविल सर्विस की तैयारी कर रहे छात्र ने फर्जी मुकदमे से तंग आकर की अत्महत्या।

रहीमाबाद,लखनऊ। राजधानी क्षेत्र अन्तर्गत रविवार को रहीमाबाद थाना क्षेत्र के गहदो में युवक ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली। मृतक ने फांसी लगाने से पहले सुसाइड नोट लिखा था जो बरामद हुआ है। जिसमें उसने रहीमाबाद पुलिस पर फर्जी मुकदमा लिखने का आरोप लगाया है। युवक आईएएस की तैयारी कर रहा था। इस घटना से परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।रहीमाबाद थाना क्षेत्र के गहदो गांव निवासी आशीष कुमार (22) ने रविवार दोपहर अपने घर में दोमंजिला पर पंखे के कुंडे में रस्सी डालकर फांसी लगा ली जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक पिछले एक साल से आईएएस ऑफिसर बनने की तैयारी कर रहा था। मृतक की मां सुशीला ने बताया की सन दो हजार 18 में नंदू विश्वकर्मा निवासी बकतौरीपुर से ट्राली खरीदने को लेकर बेटे आशीष से झगड़ा हुआ था तब नंदू विश्वकर्मा ने वा उसके लेबरों ने आशीष की पिटाई करते हुए सर पर सरिया मार दी थी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। पीड़ित के पिता महादेव ने तब मलिहाबाद थाने में आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था तभी से नंदू विश्वकर्मा रंजिश मानता था।मृतक की मां ने बताया की नंदू विश्वकर्मा ने उसके बेटे आशीष कुमार व बड़े बेटे मयंक पर श्यामलाल निवासी शिवपुरी की सह पर सन 22 में घर में घुसकर मारपीट का फर्जी मुकदमा लिखवा दिया था। पीड़िता ने बताया की रहीमाबाद पुलिस के दरोगा राजमणि पाल ने उससे कहा कि पचास हजार रुपए दे दो तुम्हारा मुकदमा खत्म कर देंगे। रुपए ना मिलने की वजह से थाने के दूसरे दरोगा लल्लन पाल व सिपाही मोहित शर्मा उसे तंग करने लगे और फर्जी मुकदमे में चारसीट लगा दी। पीड़िता ने बताया कि उसका बेटा बीते गुरुवार को पेशी पर न्यायालय गया था वहां से लौटने के बाद वह मायूस था। उन्होंने बताया कि वह कहता रहता था कि मां अब मैं आईएएस ऑफिसर नहीं बन पाऊंगा और उसने रविवार को डिप्रेशन में आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।फांसी लगाने से पहले लिखा सुसाइड नोटमृतक आशीष ने सुसाइड नोट में लिखा है कि नंदू विश्वकर्मा व अरविंद तथा श्याम किशोर ने षड्यंत्र रचकर हम दोनों भाइयों पर अपने लेबरों को भेजकर झूठा केस दर्ज कराया इसमें रहीमाबाद थाने की पुलिस राजमणि पाल व मोहित शर्मा तथा लल्लन पाल ने मिलकर फर्जी एफआईआर दर्ज की। मृतक ने लिखा है कि मैं खुदकुशी करने जा रहा हूं रहीमाबाद थाना पूरा भ्रष्ट है।चार साल पहले से जमा है दरोगा रहीमाबाद चौकी से लेकर थाना बनने तक दरोगा राजमणि पाल को अब तक चार साल से अधिक हो चुके हैं लेकिन किसी अधिकारी ने इनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इन लोगों को ठहराया मौत का जिम्मेदारमृतक आशीष कुमार की विधवा मां सुशीला ने प्रार्थना पत्र में लिखा है की उसके बेटे ने मरने से पहले जो सुसाइड नोट लिखा है कि मुझे फर्जी तरीके से फंसाया गया है जिससे मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मेरे द्वारा मेरी आत्महत्या के मुख्य कारण नंदू विश्वकर्मा वा श्यामलाल पुत्र महावीर वा उपनिरीक्षक राजमणि पाल लल्लन पाल व कांस्टेबल मोहित शर्मा हैं।

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