लखनऊ || लक्ष्य की टीम ने ” घर घर भीम चर्चा” अभियान के तहत एक भीमचर्चा का आयोजन लखनऊ के आशियाना में स्थित प्रभुनाथ राम जी के निवास पर किया | संगठनात्मक संघर्ष ही, बहुजन समाज के आंदोलन को ऊंचाइयों पर ले जा सकता है अर्थात जो संघर्ष समाज के सब लोग मिलकर करते है वह संघर्ष मजबूत होता है और वह अपने लक्ष्य पर पहुंच सकता है और विपरीत इसके व्यक्ति विशेष और कुछ लोगो द्वारा किये जा रहे संघर्ष अपने शुरुवाती दौर में या बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते है और ज्यादातर एक चहरे वाला आंदोलन स्वार्थ की नीव पर खड़ा होता है ऐसे आंदोलन का अंत शुरुवात के कुछ दिन में ही हो जाता है तथा उस आंदोलन से जुड़े लोग अपने को असहाय व् छला महसूस करते है और इस प्रकार की घटना समाज में नकरात्मकता भर देती है और जो लोग ईमानदरी के साथ संगठनात्मक रूप से कार्य करना भी चाहते है उनको भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, इतिहास इस बात का गवाह है। यह बात लक्ष्य कमांडर चेतना राव, रागिनी चौधरी, विजय लक्ष्मी गौतम, नीलम चौधरी व् संगीता वर्मा ने अपनी सामाजिक चर्चा के दौरान कही |उन्होंने कहा कि हमें मिलकर ही अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना चाहिए और उन लोगो से सावधान रहना चाहिए हो जो लोग अपने स्वार्थ के लिए अपना चहरा व् नाम चमकाते है | उन्होंने कहा कि अगर समाज सामाजिक तौर से जागरूक हो जाये तो वह अच्छे बुरे लोगो की पहचान आसानी से कर लेगा और बार बार हो रहे समाज में भटकाव से भी बच जायेगा और इसीलिए लक्ष्य की टीम संगठनात्मक रूप से संघर्ष कर रही है और गांव गांव घर घर जाकर लोगो को जागरूक कर रही है |उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अगर संगठन मजबूत होता है तो समाज मजबूत होता है और व्यक्ति मजबूत होता है तो केवल केवल वह व्यक्ति और उसका परिवार ही मजबूत होता है | उन्होंने बहुजन समाज के लोगो से कहा कि कौन सा रास्ता अपनाना है ये आप लोगो के ऊपर है |इस कार्यक्रम में दुर्गावती, मीरा देवी, जगवती देवी, पुष्पा गौतम, कल्पना सिंह, आशा चौहान, संगीता, चन्द्रकला, मंजुला पटेल, उर्मिला देवी, वीर बहादुर, आर0के0 राम, जे0एल0 पटेल, विद्या, सन्तोष कुमार गौतम, इंजीनियर मुन्नी लाल, रघुनाथ व् रामचरण ने हिस्सा लिया |
संगठनात्मक संघर्ष ही, बहुजन समाज के आंदोलन को ऊंचाइयों पर ले जा सकता है : लक्ष्य
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