Home > स्थानीय समाचार > प्रशासन की लापरवाही से फैल रहा कोरोना, गाइडलाइनो का पालन कराने में फिसड्डी है। सरकारी तंत्र

प्रशासन की लापरवाही से फैल रहा कोरोना, गाइडलाइनो का पालन कराने में फिसड्डी है। सरकारी तंत्र

अखिलेश दुबे

लखनऊ । राजधानी लखनऊ में लगातार कोरोना मरीजों के आंकड़े बढ़ते जा रहे है। जिसके लिए सरकार के आलाधिकारियों समेत मुख्यमंत्री की लगातार बैठकें एवं गाइडलाइन जारी की जा रही है। लेकिन इन आदेशों की हकीकत में पालन कौन करायेगा । डीएम साहब कहाँ हैं, पुलिस के कमिश्नर साहब को कहां ढूंढा जाए। आप क्या कर रहे हैं। जनता को भगवान भरोसे छोड़ने के लिए ही क्या आईएएस और आईपीएस है। क्या अपने कमरों में लगी मेज से कुर्सियों को दूर रखकर ही देशवासियों को कोरोना से बचाएंगे। क्या केवल प्रेस नोट जारी करने से ही संक्रमण की रफ्तार कम होगी। कोरोना से मरने वाला व्यक्ति जरूर आपके लिए एक आंकड़ा है मगर अपने परिवार के लिए वह दुनिया है। लखनऊ के वे लोग जो कोविड 19 के सारे प्रोटोकॉल का पालन करते है। उनको अगर संक्रमण होता है। तो ये आप दोनों की गलती है। कौन देखेगा उनको जो मास्क नहीं पहन रहे हैं। कौन रोकेगा उनको जो एक दूसरे से चिपके जा रहे हैं। कौन रोकेगा उनको जिनको इस महामारी का कोई डर नहीं है। और न कोई डर पैदा किया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर साहब आपकी पुलिस पोस्ट पर अब केवल गाड़ी के कागज जांचे जा रहे हैं। दुकानों पर अधिकांश लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं। ऐसे कितने लोगों पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। कोर्ट, कलेक्ट्रेट, रजिस्ट्री आफिस में भीड़ उमड़ रही है। लखनऊ के डीएम साहब क्या कर रहे हैं। कहाँ हैं वो आखिरी बार किसी बड़ी सब्जी मंडी में कब गए थे। दुबग्गा मंडी में रोजाना एक लाख लोग उमड़ते हैं। आप क्या कर रहे हैं। ऑटो, टेम्पो ई रिक्शा मनमानी कर रहे हैं। फुटपाथों और सड़को पर दुकानें लगाने वाले गले मे रुमाल बांधकर कोरोना भगा रहे हैं। कोरोना से लगभग तीन फीसद लोग मर रहे हैं। यानी एक दिन में अगर तीन सौ लोग बीमार हुए तो उसमें से नौ लोग मर जाएंगे। इन नौ लोगों की मौत की जिम्मेदारी आप पर है। आप दोनों कहाँ हैं। स्वस्थ डांक्टर कोरोना से मर रहे हैं। तो सामान्य व्यक्ति की औकात क्या है। आप लाशों की गिनती के लिए नहीं रखे गए हैं। जनाब बाहर निकलिए वातानुकलित कमरों से। आम आदमी ईमानदारी से जो कोविड के प्रोटोकॉल का पालन कर रहा है। उसकी जिंदगी बचाइए। डीएम साहब और कमिश्नर साहब रहेगे मगर आम जनता न रहेंगी। तो शासन किस पर करेंगे।हमारी जिम्मेदारी आप पर है। जो।लोकतंत्र में हम अपने वोट की ताकत देते हैं। उसका एक हिस्सा आप हो। जागो पुलिस और जागो प्रशासन, सरकार में बैठे जनता के सेवक नेता भी अपना दायित्वों को पूरा करने के लिए अपने बंगलों और दफ्तरों से बाहर निकलकर क्षेत्र की जनता का हाल, चाल लीजिए। मात्र मीडिया और पत्रकारों के आंकड़े से हाल खबर न लीजिए। आप भी इंसान है। इंसानियत का नाता है। फिर राजा का दायित्व है। अपनी प्रजा की रक्षा का इसलिए मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री की भांति आप भी अपने क्षेत्रों की जनता को सहयोग करने में अपना फर्ज निभाते।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *