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परहित से बड़ा कोई धर्म नहीं है : नाईक

10 सर्वाधिक मतदान वाले बूथों को राजभवन में सम्मानित किया जाएगा : राज्यपाल
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने सोमवार रात राजधानी में सदर रामलीला मैदान में हनुमत सेवा समिति द्वारा आयोजित ‘राम हनुमत महोत्सव’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कुष्ठ पीड़ितों को खाद्य सामग्री के साथ हनुमत पाठशाला एवं राजभवन प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को शैक्षिक सामग्री वितरित की। इस अवसर पर मंत्री डाॅ0 रीता बहुगुणा जोशी व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती स्वाती सिंह, महानिदेशक होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में विख्यात भजन गायक अजय याग्निक ने सुंदरकाण्ड का पाठ किया तथा भजन प्रस्तुत किये। राज्यपाल ने संस्था की ओर से सामाजिक क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले डाॅ0 देवाशीष शुक्ला, श्रेय शुक्ल, मोना व अन्य को स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया।
राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान हनुमान का जीवन दर्शन अनुकरणीय है। हनुमान जी की तरह सेवाभाव एवं श्रद्धा से समाज की सेवा करें। उन्होंने हनुमत सेवा समिति के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनका कार्य अभिनन्दनीय एवं अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि मानव कल्याण के लिए रामचरितमानस में कहा गया है कि परहित से बड़ा कोई धर्म नहीं है।
श्री नाईक ने कहा कि प्रदेश में शहरी निकाय के चुनाव घोषित हुए हैं। जनतंत्र को सफल बनाने के लिए संविधान द्वारा दिये गये मतदान के अधिकार का प्रयोग अवश्य करें। चुनाव जीतने वाले का धर्म है कि जिन्होंने पक्ष में मतदान किया है उनका तो काम करें ही, परन्तु जिन लोगों ने विपक्ष में मतदान किया है उनका भी अवश्य ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम और नगर पालिका के 10 सर्वाधिक मतदान वाले बूथों को राजभवन में सम्मानित किया जाएगा।
राज्यपाल ने कुष्ठ पीड़ितों से अपने जुड़ाव को बताते हुए कहा कि मुंबई से विधायक एवं सांसद रहते हुए उन्होंने कुष्ठ पीड़ितों एवं मछुआरों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया। चुनाव के समय उन्हें कुष्ठ पीड़ितों की बस्ती से वोट नहीं मिले थे। कुष्ठ पीड़ित गरीबी के कारण अवैध शराब बनाने के लिए मजबूर होते थे, उनके बीच गलतफहमी फैलाई गई कि मेरे चुनाव जीतने के बाद उनके अवैध शराब बनाने के धंधे पर रोक लग जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें संतोष है कि उनके प्रयास से उत्तर प्रदेश में कुष्ठ पीड़ितों को अब रूपये 2,500 प्रतिमाह निर्वहन भत्ता मिल रहा है।
कार्यक्रम में हनुमत सेवा समिति के अध्यक्ष विवेक पाण्डेय द्वारा स्वागत उद्बोधन दिया गया। इस अवसर पर राज्यपाल ने हनुमान जी विभिन्न रूपों पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।

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