तीन बार विभागीय मंत्री से वार्ता विफल होने के बाद मुख्यमंत्री जनता दर्शन पर अड़े कर्मचारी
लखनऊ । उत्तर प्रदेश पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ की आज की प्रान्तीय बैठक काफी आक्रमक रूप में सम्पन्न हुई। बैठक में दस सूत्रीय मांगों को लेकर काफी जद्दो जहद के बाद विधानसभा से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक के घेराव पर प्रदेश के पदाधिकारियों द्वारा जोर दिया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश अध्यक्ष क्रान्ति सिंह ने सभी पदाधिकारियों के विचार सुनने के बाद कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी के अनुसार पहले 18 जून को राजधानी के जनपद मुख्यालय सहित सभी जनपद मुख्यालय पर धरना देकर ज्ञापन दिया जाएगा। इसके उपरान्त सरकार ने अगर 25 जून तक अगर कोई सकरात्मक निर्णय न लिया तो प्रान्तीय नेतृत्व द्वारा पूर्व में तय मुख्यमंत्री के जनता दर्शन का कार्यक्रम किसी भी कार्यदिवस सफल बनाया जाएगा। जिससे प्रदेश के हजारों कर्मचारी एक साथ मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में अपनी समस्याओं सीधे मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी को अवगत करायेगे।
बैठक का संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री रामेन्द्र कुमार ने बताया कि प्रदेश के पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र चैधरी से उनके संघ के प्रतिनिधि मण्डल की 25 दिसम्बर 17, 23 जनवरी 18 और 1 फरवरी 18 को वार्ता हो चुकी जो कोरे आश्वासन साबित हुई। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश भर के ग्रामीण पंचायती राज सफाई कर्मचारियों का आका्रेश चरम पर इसे रोकना आसान नही ऐसी स्थिति में 25 जून के बाद संघ करो या मरो की नीति पर काम करेगा। बैठक पर कहा गया कि पंचायती राज सफाई कर्मिकों को ग्रेड पे 1900रूपये, पदनाम परिवर्तन और प्रोन्नति पर सहमति बनी थी। लेकिन सरकार द्वारा अब तक कर्मचारियों की किसी भी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि समस्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को ग्रेड पे-1900 दिया जाए। इसके अलावा पंचायती राज सफाई कर्मचारी के पदनाम को परिवितित कर नगर पंचायत सेवक नाम देने, बकाया चिकित्सा प्रतिपूर्ति भत्ता अविलम्ब जारी करने, पदेन्नति, सफाई कर्मियों का एक वेतन हेड बनाए जाने जैसी मांगें शामिल है। इस प्रान्तीय बैठक को रामलाल कश्यप, धर्मपाल, अखण्ड प्रताप सिंह, मुकेश मल्होत्रा, मुलायम सिंह, परमहंस,ओमप्रकाश, अध्योध्या यादव, डी.डी. चैहान,प्रदुम्मन सिंह,,विजय सोनी, विजय यादव, सुरेन्द्र कुमार, सुनील मौर्य,नरेश प्रजापति, बाबूलाल आदि ने विचार रखें।