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इनकी बल्ले-बल्ले, पहली बार विधायक और बन गए मंत्री

लखनऊ। ढाई साल पहले यूपी में गठित हुई योगी सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में आज कुल 23 विधायकों को शपथ दिलाई गयी। इसमें कुछ तो पहले से ही मंत्रिमंडल में शामिल थे। लेकिन भाजपा हाईकमान ने कुछ ऐसे विधायकों को भी मंत्री बनाकर सबको चैका दिया जो पहली बार विधायक बने हैं। इनमें से दो कैबिनेट, एक राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा सात राज्यमंत्री है। इसके पीछे पार्टी की जो भी रणनीति रही हो परन्तु पार्टी कार्यकर्ताओं को इस बात के संकेत जरूर मिल गए होगें कि पार्टी में अब स्वच्छ और साफ छवि के लोगों को ही आगे किया जाएगा। योगी सरकार में जिन पांच मंत्रियों ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली उनमें रामनरेश अग्निहोत्री और कमलरानी वरुण का नाम चैंकाने वाला रहा। ब्राम्हण परिवार से आने वाले रामनरेश अग्निहोत्री पहली बार विधायक बने हैं लेकिन उनकी विधायकी की खास बात यह है कि उन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ और मुलायम सिंह यादव के संसदीय क्षेत्र मैनपुरी की भोगांव सीट से चुनाव जीतकर बडा धमाका किया था। भाजपा की पुरानी नेत्री कमला रानी वरुण अनुसूचित जाति से हैं और वह पूर्व में घाटमपुर संसदीय सीट से सांसद भी रह चुकी हैं। जब अटल विहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थें, तब कमलारानी वरूण सांसद हुआ करती थी। वह कई साल राजनीति से अलग रही लेकिन 2017 के चुनाव में उन्हे टिकट मिला और वह पहली बार विधानसभा पहुंची।इसी तरह राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के जिन 11 विधायकों ने शपथ ली उनमें छह विधायकों ने शपथ ली जिसमें सतीश द्विवेदी का नाम चैंकाने वाला था। वह पहली बार विधानसभा का चुनाव जीते है। लेकिन उनके जीतने की खास बात यह है कि उन्होंने 2017 का चुनाव विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पाण्डेय को इटवा (सिद्वार्थनगर) क्षेत्र से हराया।राज्यमंत्रियों की शपथ लेने वालो में सात ऐसे मंत्री है जो पहली बार चुनाव जीते है। इसमें आनन्द स्वरूप शुक्ल बलिया नगर से चुनाव जीतकर आए है। उन्होंने सपा प्रत्याशी लक्ष्मण को काफी लम्बे अंतर से हराया था। इसी तरह पिछडी जाति (महार ) के विजय कुमार कश्यप् चरथावल विधानसभा (मुजफफरनगर) से पहली बार चुनाव जीते हैं। अनुसूचित जाति (जाटव) के जीएस धर्मेश आगरा छावनी से पहली बार चुनाव जीते और योगी सरकार में मंत्री भी बन गए। इनके अलावा पहली बार विधायक बनने वाले विधायकों में पिछडी जाति (कुर्मी) की नीलिमा कटियार कल्यानपुर (कानपुर), रमाशंकर सिंह पटेल (कुर्मी) मडियावं (मिर्जापुर) को मंत्री बनाया गया है जिन्होेंने पूर्व मुख्यमंत्री प कमलापति त्रिपाठी के बडपोते ललितेश पति त्रिपाठी को 2017 का चुनाव हराया था। इनके अलावा अन्य राज्यमंत्रियों में लाखन सिंह राजपूत पिछडा वर्ग (लोर्धी) दिबियापुर (औरैया), चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय (ब्राम्हण) चित्रकूट से चुनाव जीते है। उपाध्याय ने तब उस क्षेत्र के बाहुबली विधायक सपा के वीरसिंह पटेल को चुनाव हराया था। वही सिकन्दरा (कानपुर देहात) के पूर्व विधायक स्व मथुरा पाल के बेटे अजीत पाल को भी राज्यमंत्री की शपथ दिलाई गयी। वह अपने पिता मथुरा पाल के निधन के बाद हुए उपचुनाव में जीतकर आए है।

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