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निजी विद्यालय के प्रबंधक ने 1247 बच्चों की तीन माह की फीस माफ किया…

अनलाॅक-वन में बड़ी पहल:
नवीन वर्मा
मोहनलालगंज, लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के बीच अभिभावकों की परेशानी और आर्थिक संकट को देखते हुए राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र के एक निजी विद्यालय ने बड़ी पहल की है। विद्यालय ने नर्सरी केजी से लेकर इण्टरमीडिएट तक के सभी विद्यार्थियों की अप्रैल,मई,जून (तीन माह) की फीस माफ कर दी है। इसके साथ ही विद्यालय के प्रबंधक ने नोटिस जारी कर अभिभावकों से भी कहा है कि किसी तरह का आर्थिक संकट हो तो वे नि:संकोच उनसे सम्पर्क कर सकते है। बुधवार को इसकी जानकारी अभिभावकों को हुई तो उन्होंने विद्यालय के प्रबंधक का आभार जताया। राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र रघुनाथ खेड़ा,निगोहां में रहने वाले अमरेन्द्र यादव नरायनपुरी,रघुनाथ खेड़ा मे एस.बी.एन.इण्टर काॅलेज और एस.एस.आर.एकेडमी (इंगलिश मीडियम)स्कूल चलाते हैं। अमरेन्द्र यादव विद्यालय का प्रबंधन और प्रधानाचार्य का कार्य देखते हैं। लॉकडाउन में विद्यालय के विद्यार्थियों के अभिभावकों के आर्थिक संकट और उनकी परेशानी देख अमरेन्द्र यादव ने एस.बी.एन. इण्टर काॅलेज और एसएसआर एकेडमी(इंगलिश मीडियम) में पढ़ने वाले सभी 1247 बच्चों की तीन माह की फीस माफ करने का निर्णय लिया। और इसकी जानकारी मीडिया को देते हुए बताया कि आज पूरा देश कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के चलते कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है। ऐसे में हमने सभी बच्चों की फीस माफ कर देश और समाज के लिए छोटा सा प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि ये हमारे संस्कार में है कि जब कोई दुखी हो तो उसके दुख में शामिल जरूर हों। तभी हम एक दूसरे के दर्द को समझ पाएंगे, हमारे स्कूल में जो 1247 बच्चे पढ़ रहे हैं, वो भी हमारे घर के सदस्यों की तरह हमारे परिवार का ही हिस्सा हैं। यही सोचकर हमने क्षेत्रीय समीक्षा करते हुए आर्थिक रूप से प्रभावित समस्त अभिभावकों व छात्र-छात्राओं की स्थिति को संज्ञान में लेते हुए यह निर्णय लिया है कि हम अपने विद्यालय में अध्ययनरत सभी 1247 छात्र-छात्राओं का अप्रैल, मई एवं जून माह का सम्पूर्ण शिक्षण शुल्क माफ करने की घोषणा करते हैं। इसके साथ ही अगर किसी अभिभावक को कोई अन्य मदद चाहिए तो वो भी किया जाएगा। अमरेन्द्र यादव के इस नेक कार्य की सराहना पूरे दिन सोशल मीडिया पर होती रही। लोगों ने कहा कि अमरेन्द्र यादव का यह साहसिक कदम बड़े-बड़े हिन्दी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल समूहों के लिए यह नजीर है। जो इस लाॅकडाउन के दौर में भी अभिभावकों को फीस बढ़ाकर लूट रहे है। और इस भीषण संकट काल में भी स्कूल फीस अभिभावकों से ऑनलाइन जमा करने का दबाब बना रहे है। हद तो ये है कि विद्यालय एक माह से अधिक समय तक बंद रहने के बाद भी विद्यालय प्रबंधन परिवहन शुल्क भी ऑनलाइन जमा करने की बात कह रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्रबंधक अमरेन्द्र यादव ने नोटिस जारी कर सभी अभिभावकों को भी इसकी सूचना दे दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में कुल 1247 बच्चे पढ़ते हैं तथा 50 शिक्षक/कर्मचारी कार्य करते है जिन्होंने मुझे बिना शर्त पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है सभी के सहयोग से ही हम यह महत्वपूर्ण निर्णय ले सके हैं उन्होने अपने सभी कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया।

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