लखनऊ। राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर नागरिक एकता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने संत रविदास मंदिर का पुनर्निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान एसीएम प्रथम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें उन्होंने बताया कि नई दिल्ली के तुगलकाबाद में बने ऐतिहासिक संत शिरोमणि रविदास मंदिर तोड़ने को लेकर आज प्रदर्शन किया गया है, जिसका पुनर्निर्माण कराया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो नागरिक एकता पार्टी के सभी कार्यकर्ता मिलकर एक बड़ा आंदोलन करेंगे।नागरिक एकता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद शमीम ने बताया कि नई दिल्ली में बने ऐतिहासिक संत शिरोमणि रविदास मंदिर तोड़ने से पूर्व डी.डी.ए. ने ऐतिहासिक तथ्यों को नजरअंदाज कर दिया जिसके बाद ही उस मंदिर तोड़ा गया है। आगे कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी बनारस से पंजाब जाते हुए इसी स्थान पर ठहरे थे। तब से शासक सिकंदर लोधी ने रविदास गुरु दक्षिणा लेकर 700 कर्निल जमीन मंदिर को दे दी थी। इसके बाद ही उस स्थान पर एक ऐतिहासिक मंदिर बनाया गया था। उन्होंने कहा कि अगर उस स्थान पर मंदिर का दोबारा पुनर्निर्माण नहीं कराया जाता है तो हम सभी लोग मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। नागरिक एकता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश भारती का कहना है, नई दिल्ली विकास प्राधिकरण ने मंदिर के लिए 3 एकड़ जमीन चार दीवारी करा दी थी और उपरोक्त तीनों तथ्यों को कोर्ट के समक्ष प्रकाश में नहीं लाया गया और गलत तथ्यों को न्यायालय के समक्ष पेश करते हुए प्राचीन ऐतिहासिक मंदिर को गिराया जाना करोड़ों लोगों की जन भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ घोर अपमान भी झलकता है। प्रदर्शन कर रहे नागरिक एकता पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उनकी यह मांग है प्रदेश के करोड़ों लोगों की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए और सुप्रीम कोर्ट के आदेश को संज्ञान में लेकर उसको निरस्त करके उसी स्थान पर संत शिरोमणि रविदास मंदिर का निर्माण कराया जाए नहीं तो आगे यह पार्टी बड़ा आंदोलन भी कर सकती है।