योगी सरकार में हक के लिए आवाज उठाने वालों की हत्या-सी पी आई एम
लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) उ0प्र0 राज्य मंत्रि परिषद ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके मिर्जापुर जनपद में एक आदिवासी अधिकारी आंदोलन कार्यकर्ता तथा खेत मजदूर यूनियन के सदस्य हिम्मत कोल की हत्या की कटु निंदा करते हुए तीव्र विरोध किया है। मिर्जापुर जनपद के हलिया वन रेंज तथा हलिया थानान्तर्गत वनवासियों और आदिवासियों पर बेपनाह जुल्म का सिलसिला जारी है। जिसके खिलाफ सीपीआई (एम) के नेतृत्व में आदिवासियों तथा वनवासियों को संगठित करना शुरू किया गया है और जल, जंगल, जमीन पर वहां के मूल निवासियों के अधिकार के लिए आंदोलन का सिलसिला शुरू है। इससे वनमाफियाओं, भ्रष्ट वन रेंजर तथा दलालों में खलबली मची हुई है। बबुरा रघुनाथ सिंह गांव निवासी हिम्मत कोल इन आंदोलनों में आगे बढ़कर हिस्सा ले
रहे थे। वन रेंजर, वन माफियाओं और कोल जाति के स्वयंभू ठेकेदारों की ओर से हिम्मत कोल को धमकियां दी जा रही थीं। कुछ ही दिन पहले इनके साथ ही दो अन्य लोगों को फर्जी आरोपों में जेल भेजा गया था। दिनांक 17.10.2018 की रात्रि में घर जाते हुए उनकी हत्या कर दी गयी। भाजपा की योगी सरकार में हक के लिए आवाज उठाने वालों की हत्या की जा रही है। माकपा ने हिम्मत कोल की हत्या का पर्दाफाश करने तथा एफआईआर में नामजद अभियुक्तों को फौरन गिरफ्तार करने की मांग की है।