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मैनपुरीः डिम्पल को टक्कर देने उतरे जयवीर

सात मई को मतदान, बीएसपी त्रिकोणीय बना रही लड़ाई
सपा और भाजपा दोनों ने बना लिया प्रतिष्ठा का प्रश्न
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में मैनपुरी लोकसभा सीट को उत्तर प्रदेश की वीवीआईपी सीटों में शुमार है। यह क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का गढ़ रहा है। मुलायम सिंह यादव तो अब नहीं हैं, उनकी बहू डिंपल यादव उनकी विरासत को संभाल रही हैं। लड़ाई इंडिया बनाम एनडीए को त्रिकोणीय बनाने खातिर बीएसपी ने शिव प्रताप यादव को उतारा है। मैनपुरी सपा और बीजेपी दोनों के लिए बनी है प्रतिष्ठा की सीट,जंग बहुत ही रोमांचक होने वाली है। मैनपुरी लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है।डिप्टी सीएम केशव मौर्य के पुराने स्टेटमेंट पर गौर करें, उन्होंने कहा था कि आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में ले लिया, अब रायबरेली और मैनपुरी भी ले लेंगे। इससे साफ है कि बीजेपी ने भी मैनपुरी को प्रतिष्ठा से जोड़ लिया है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों को लेकर 7 चरण में मतदान हो रहा है। मतों की गिनती 4 जून को होगी। मैनपुरी लोकसभा सीट का भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान है।मैनपुरी में 2011की जनगणना के अनुसार मैनपुरी जिले की जनसंख्या 21 लाख, 31 हजार, 171 है और यहां प्रति 1000 पुरुषों पर 876 महिलाएं हैं। बृज क्षेत्र में मौजूद मैनपुरी में मुख्यतरू हिंदू बहुल क्षेत्र है। 45 फीसद यादव मतदाता हैं। यह सीट दशकों से समाजवादी पार्टी का गढ़ रही है। मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल और जसवंतनगर आते हैं।।मैनपुरी सीट पर मतदान तीसरे चरण में 7 मई को होगा। देशभर की सभी 543 लोकसभा क्षेत्रों के लिए मतगणना 4 जून को होगी। मैनपुरी में भी इसी दिन मतगणना होगी सत्तारूढ़ गठबंधन एनडीए और विपक्षी गठबंधन इंडिया के बीच मुकाबला है। मैनपुरी में सीधा मुकाबला केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और क्षेत्र में दबदबा रखने वाली समाजवादी पार्टी के बीच है। प्रमुख उम्मीदवारों में जयवीर सिंह भाजपा यानि एनडीए,डिंपल यादव समाजवादी पार्टी यानि इंडिया गठबंधन और शिव प्रसाद यादव बहुजन समाज पार्टी शामिल हैं।मैनपुरी सीट पर 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव चुनाव जीते थे। उन्होंने 5 लाख, 24 हजार, 926 यानि 53.75 फीसदी वोट हासिल किए। भारतीय जनता पार्टी के प्रेम सिंह शाक्य को 4 लाख30 हजार, 537 मत मिले थे।मुलायम सिंह की मृत्यु के बाद 2022 में यहां उपचुनाव हुआ। उपचुनाव में मुलायम सिंह की बहू और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने 6 लाख18 हजार, 120 वोट यानि 64.08परसेंट वोट शेयर हासिल किया और रघुवर सिंह शाक्य 3 लाख, 29 हजार, 659 मत लेकर दूसरे नंबर पर रहे।मैनपुरी लोकसभा सीट से 1996 से लगातार समाजवादी पार्टी चुनाव जीत रही है। 1996 में मुलायम सिंह चुनकर लोकसभा पहुंचे थे और देश के रक्षामंत्री भी बने। 1998 और 1999 में बलराम सिंह यादव ने मैनपुरी लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। 2004 में फिर मुलायम सिंह यहां से चुनाव लड़े और जीते। 2009, 2014 और 2019 में मुलायम सिंह यादव ने मैनपुरी में समाजवादी पार्टी का झंडा गाड़ा।2022 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की पांच सीटों में तीन में समाजवादी पार्टी और दो में भाजपा को जीत मिली थी। मैनपुरी और भोगांव सीट पर भाजपा प्रत्याशी विजयी हुए थे, किशनी, करहल और जसवंतनगर सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को जीत मिली थी। मैनपुरी विधानसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा लोकसभा उम्मीदवार और प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने जीत दर्ज की थी, जबकि करहल से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जसवंतनगर सीट पर शिवपाल यादव ने जीत का परचम लहराया था।

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