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महापौर ने किया संचारी रोग नियन्त्रण अभियान का शुभारम्भ


छिड़काव व प्रचार वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
लखनऊ। संचारी रोगों पर पूरी तरह नियन्त्रण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकताओं में शामिल है, इसी के तहत विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत शनिवार को राजधानी के सभी नगरीय व ग्रामीण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से हुई।
अभियान का शुभारम्भ महापौर संयुक्ता भाटिया ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चंदन नगर के सिंगार नगर क्षेत्र से किया। इस अवसर पर महापौर ने अभियान में लगे छिड़काव, सेनिटाइजेशन, फॉगिंग व प्रचार –प्रसार वाहनों को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
महापौर ने कहा – संचारी रोगों पर नियंत्रण और इसको लेकर समय – समय पर अभियान चलाना मुख्यमंत्री की पहल से ही संभव हो पाया है। इसी के तहत यह अभियान शुरू किया जा रहा है जो पूरे अप्रैल माह चलेगा। इसके साथ ही 15 से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के साथ पंचायती राज, ग्राम्य विकास, नगर विकास, चिकित्सा शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, दिव्य जन कल्याण, पशु पालन, कृषि एवं सूचना विभाग भी अभियान में सहयोग करेंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने कहा – संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार पर नियंत्रण एवं सही समय पर इलाज सुनिश्चित करना विभाग की प्राथमिकता में है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि सभी लोगों की भागीदारी से यह अभियान सफल हो पाएगा। मच्छरजनित बीमारियाँ – जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जापानी इंसिफेलाइटिस से बचना है तो हमें यह प्रयास करना चाहिए कि मच्छर पनपने ही न पाएँ। इसके लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।
संचारी रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. संदीप सिंह ने कहा – यह अभियान साल का पहला अभियान है। हर साल तीन बार यह अभियान चलाया जाता है। इस अभियान के तहत लोगों को मच्छरजनित बीमारियों से बचाव, साफ सफाई के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा तथा विभिन्न विभागों के द्वारा सफाई संबंधी गतिविधियां आयोजित की जायेंगी।
डा. सिंह ने कहा-दस्तक अभियान के दौरान आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर बुखार के रोगियों, इंफ्लुएंजा लाइक इलनेस(आईएलआई) के रोगियों, क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्तियों एवं कुपोषित बच्चों की सूची बनाएंगी। इसके साथ ही क्षेत्रवार ऐसे मकानों की सूची भी बनायेंगी जहां घरों के भीतर मच्छरों का प्रजनन पाया गया है।
आशा कार्यकर्ता उन घरों के प्रमुख स्थानों पर स्टीकर लगायेंगी जिन घरों में 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे हैं या क्षय रोग के लक्षणयुक्त व्यक्ति हैं।
आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बात के लिए जागरूक करें एवं यह जरूर सुनिश्चित करें कि बुखार होने पर खुद से कोई इलाज न करें, नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर बुखार की जांच कराएं।
मच्छरों से बचाव के लिए लोगों को अपने घर व आस-पास साफ सफाई रखनी चाहिए| खुले में शौच न करें। कूलर और फ्रिज की ट्रे की समय-समय पर सफाई करते रहना चाहिए। कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें | गमले की ट्रे, पुराने टायर, टूटे बर्तन आदि को हटा दें या उनकी सफाई करें। मच्छररोधी क्रीम लगाएं, पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छर दानी लगाकर सोएं व घर के दरवाजे और खिड़कियों में जाली का उपयोग करें।
इस अवसर पर फेमिली हेल्थ इंडिया के एम्बेड परियोजना द्वारा संचारी रोग जागरूकता विषय पर स्टॉल भी लगाया गया और सेल्फ़ी प्वाइंट भी बनाया गया था।
इस मौके पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मिलिंद वर्धन, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, जिला मलेरिया अधिकारी डा. रितु श्रीवास्तव, उप जिला मलेरिया अधिकारी डा. अर्चना, सीएचसी चंदन नगर के चिकित्सा अधीक्षक डा. हसन रजा, सभी विभागों के प्रतिनिधि, मलेरिया निरीक्षक, आशा कार्यकर्ता, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पाथ, यूनिसेफ़, सीफार के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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