लखनऊ | महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया जी द्वारा सृंगार नगर स्थित अपने आवास पर नगर निगम के अधिकारियों की बैठक बुलाई गई जिसमें नगर निगम से सम्बन्धित निम्नलिखित विभिन्न समस्यायों पर विस्तृत एवं जोनवार चर्चा की गई। बैठक में नगर आयुक्त उदयराज सिंह, अपर नगर आयुक्त नन्दलाल सिंह, अनिल कुमार मिश्र, मनोज कुमार, तहसीलदार देश दीपक सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी पी के सिंह, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह, सभी जोनल अधिकारी, कर एवं राजस्व अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
महापौर ने कहा की मेरी मंशा एवं सन्देश स्पष्ट है कि मुझे लखनऊ की जनता ने चुना है और मुझे उनकी अपेक्षा पर खरा उतरना है| नगर निगम अगर अपने अधिकारों के लिए संकल्पबद्ध है तो जनता के प्रति अपने कर्तव्यों को भी पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करना होगा| अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी एवं लगन से निभाएं| नगर निगम की वित्तीय स्थिति के सन्दर्भ में महापौर ने कहा कि इसको सुधारने के लिए सभी उपाय किये जायें| हाउस टैक्स एवं कमर्शियल टैक्स की वसूली में तेजी लाई जाये लेकिन उसकी आड़ में बिलों में किसी भी प्रकार की हेरा-फेरी एवं अवैध वसूली को बर्दास्त नहीं किया जायेगा|
लगभग दस हज़ार शिकायतें लंबित हैं लेकिन उसका निस्तारण नहीं किया जा रहा है जिसके लिए सीधे तौर पर सम्बन्धित जोनल अधिकारी जिम्मेदार है| हमारा शहर लखनऊ प्रदेश की राजधानी है, हमारे मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री ने प्रदेश एवं देश में स्वच्छ भारत अभियान छेड़ रखा है, अगर हम राजधानी में होने के बावजूद शिकायतों के प्रति जिम्मेदार नहीं होंगे तो स्मार्ट सिटी का सपना कैसे पूरा होगा? महापौर ने नगर निगम को कई सुझाव भी दिए जिसमें ज़ोनवार मासिक समीक्षा को प्रमुखता दी गयी जिसमे विभिन्न विषय जैसे सफाई, सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति, बायोमेट्रिक उपस्थिति, हाउस टैक्स के भवनों की संख्या एवं कलेक्शन, पार्को की स्थिति आदि के बारे में विवरण उपलब्ध कराने को कहा गया| साथ ही महापौर ने निम्न बिन्दुओं पर अधिकारियों से पूर्ण विवरण तुरंत उपलब्ध करने के भी निर्देश दिए :
1. कार्यदायी संस्थाओ की विभागवार सूची एवं उनके कार्य क्षेत्र एवं कर्मचारियों का संपूर्ण व्योरा
2. हाउस टैक्स एवं वाटर टैक्स का जोनवार कलेक्शन का ब्यौरा
3. एडवरटाइजिंग से प्राप्त आय का ब्यौरा
4. सुपरवाईज़रो एवं सफाईकर्मचारियों की जोनवार सूची (नियमित, संविदा एवं कार्यदायी)
5. वार्षिक आय-व्यय का विवरण (अधिष्ठान सहित)
6. आदर्श मोहल्ले हेतु तय किये जाने वाले मानकों हेतु सुझाव
7. नए पार्क की योजना
8. सब्जी मंडी एवं फल मंडी हेतु जगह का चयन
मीटिंग के अंत में महापौर ने अधिकारिओं को चेतावनी देते हुए कहा कि एक माह के भीतर सभी समस्यायों को दुरुस्त किया जाये, अगर किसी भी काम में हीला हवाली पाई जाएगी तो सम्बंधित अधिकारिओं एवं कर्मचारिओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी|