लखनऊ। भारतीय जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य कंचन मंडल को एटीएस की टीम ने चंदौली से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपों से पूछताछ पर कई खुलासे हुए हैं। पिछले दिनों एटीएस ने कार्रावाई करते हुए जाली नोटों की तस्करी करने वाले गिरोह पर शिकंजा कसा था इस दौरान कंचन मंडल का नाम सामने आया था। इस संदर्भ में वाराणसी कमिश्नरेट में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। मुकदमा दर्ज करने के बाद कंचन मंडल पर इनाम घोषित किया गया था जिसे आज एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है। पिछले दिनों एटीएस ने कार्रवाई करते हुए वाराणसी कमिश्नरेट में दर्ज फिर के वांछित आरोपी सुभाष मंडल को गिरफ्तार किया था। जिससे इस बात का खुलासा हुआ था कि बांग्लादेश में छपने वाली जाली करेंसी को भारत में लाया जाता है, जिसके बाद उसे सप्लाई किया जाता है। इस काम में कंचन मंडल की महत्वपूर्ण भूमिका है। जिसके बाद से ही एटीएस को कंचन मंडल की तलाश थी, जिसे आज गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है की जाली नोटों की तस्करी करने के लिए एक गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। यह गुरोह बांग्लादेश के अपराधियों के साथ मिलकर वहां पर भारतीय नोटों से मिलती हुई जाली नोट तैयार करते थे। उसके बाद तस्करों की मदद से यह नोट बांग्लादेश से उत्तर प्रदेश लाई जाती थी। उत्तर प्रदेश में जाली नोट आने के बाद सिंडिकेट की मदद से अन्य जिलों में पहुंचाई जाती थी।
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