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हर्ष व उल्लास और अमन व शान्ति के साथ मनाया गया ईद का त्यौहार

ईद प्यार और मोहब्बत का पैग़ाम देती है : खालिद रशीद
विभिन्न धर्मगुरूओं ने ईदगाह पहुंच कर राष्ट्रीय एकता का पैग़ाम दिया
लखनऊ। पूरे देश में ईद का त्यौहार बड़े हर्ष व उल्लास और अमन व शान्ति के साथ मनाया गया। लखनऊ में ईद उल फ़ि़त्र की नमाज प्रदेश की सबसे बड़ी ईदगाह एैशबाग़ में हुई। जिसमें पाँच लाख़ से ज्यादा मुसलमानों ने इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फंरगी महली की इमामत में नमाज़ अदा की और लखनऊ, उत्तर प्रदेश और पूरे देश में अमन व शान्ति के लिए विशेष दुआयें कीं। नमाज़ के बाद अरबी में खुतबा अब्दुल हई रशीद फंरगी महली ने दिया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री उ0प्र0 अखिलेश यादव, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, प्रदेश मंत्री दानिश आजाद अंसारी, विधायक रवी दास मेहरोत्रा, सिक्ख रहनुमा राजेन्द्र सिंह बग्गा, हरपाल सिंह जग्गी, राकेश कुमार छतरी, गीता गॉधी सी0एम0एस0 स्कूल, ओ0पी0 श्रीवास्तव सहारा परिवार के अतिरिक्त विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के लीडरों और विभिन्न धर्मो के धर्मगुरूओं, सरकार के उच्च अधिकारियों ने ईदगाह आकर इमाम ईदगाह मौलाना खालिद रशीद फंरगी महली और तमाम मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद देकर अपने प्रदेश और देश की गंगा जमनी तहजीब का बेहतरीन नमूना पेश किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में औरतों ने भी ईदगाह पहुंचकर ईद की नमाज अदा की। महिलाओं की नमाज के लिए विशेष इंतिजाम किये गए थे। इमाम ईदगाह ने अपने ईद के खुतबे में ईद उल फ़ित्र की अहमियत, मुसलमानों के लिए शिक्षा की जरूरत, और उनकी तामीर व तरक्की की जरूरत पर जोर दिया। मौलाना ने कहा कि रमजान के पूरे रोजे रखने के बाद इस्लामी माह शव्वाल की पहली तारीख़ को खुदा पाक की तरफ से रोजेदारों को जो इनाम दिया जाता है उसको ईद उल फ़ित्र कहते है। उन्होंने कहा कि ईद खुशियों और भाई चारे व अमन का पैगाम देती है। आज के दिन पूरे मुल्क और पूरी दुनिया में इसका जशन मनाया जाता है। लाखों नमाजियों को सम्बोधित करते हुए मौलाना फरंगी महली ने कहा कि इस्लाम धर्म ने सबसे पहले मानव अधिकार को बताया है और विश्व को मानव अधिकार की अहमियत से अवगत कराया है। इसके बहुत से उदाहरण इस्लामी शरीअत और ऐतिहास में मौजूद हैं। इसमें चाहे हुजूर पाक के अलविदाई खुतबा हो या जकात का नियम या सद्के के नियम या मजदूर के पसीना सूखने से पहले उसकी मजदूरी अदा करने का आदेश हो। आज भी अगर दुनिया इन आदेशों पर अमल करने लगे तो विश्व से अन्याय और गरीबी का अन्त हो सकता है।मौलाना खालिद रशीद ने छः महीने से जारी फिलिस्तीन पर हमलों की सख्त निन्दा की और कहा कि इस सदी में सबसे ज्यादा जुल्म इज्राईल फिलिस्तीन पर कर रहा है जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों को भी शहीद किया गया है। उन्होने दुनिया की हुकूमतों से अपील की कि इज्राईल पर दबाव डाल कर इस हमले को बन्द किया जाये और फिलिस्तीनियों की सहायता की जाये। उन्होने अपील की कि बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा के साथ साथ हर मालदार व्यक्ति एक गरीब बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी लें। उन्होने कहा कि रमजान जैसा पवित्र माह हमें यह शिक्षा देता है कि हम अपने दिलों से नफरत, दुश्मनी को निकाल कर ईद के अवसर पर गले मिलें और आपसी भाई चारा मोहब्बत व हमदर्दी का सुबूत पेश करें। मौलाना फरंगी महली ने कहा कि वातावरण को साफ सुथरा रखना हमारा कर्तव्य है। वातावरण को सुधारने के लिए जरूरी है कि हम अधिक से अधिक वृक्ष रोपण करें। विशेषकर वह पेड़ जिनका नाम कुरान पाक में आया है। उन्होने कहा कि डब्लू एच ओ की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के 15 प्रदूषित शहरों में 14 शहर हमारे हिन्दुस्तान में हैं। यह रिपोर्ट हमारे देश की हानिकारण वातावरण को दर्शाता है। उन्होने तमाम लोगों से अधिक से अधिक पेड़ लगाने और सफाई का ख्याल रखने की अपील की और यह भी नसीहत की कि पानी को बर्बाद न करें क्योंकि देश में पानी की बहुत कमी हो रही है और पैगम्बर साहब ने पानी को बर्बाद करना बड़ा गुनाह बताया है।इस अवसर पर ईदगाह कमेटी ने जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, नगर निगम, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग, जल संस्थान, सिविल डिफेन्स का शुक्रिया अदा किया कि ईद के अवसर पर उन्होने अच्छे इन्तिजामात किये। नमाज के बाद देश और प्रदेश की तरक्की, सुरक्षा, खुशहाली और भाई चारा, तामीर व तरक्की मंहगाई के कम होने और रोजगार के बढ़ने और पूरी दुनिया में अमन व शान्ति के लिए विशेष दुआयें की गयीं। उन्होने मरहूमीन के लिए दुआये मग़फ़िरत और बीमारों के लिए दुआयें सिहत की। मौलाना फरंगी महली ने नमाज के बाद फिलिस्तीन और दुनिया के विभिन्न देशों और देश में शहीदों के लिए मगफिरत, मजलूम व मजबूर मुसलमानों की सहायता, मस्जिद अकसा की बाजयाबी, मस्जिदों, मदरसों और अन्य मुस्लिम इदारों की सुरक्षा, देश और पूरी दिनया से जुल्म व नाइंसाफी, दहशतगर्दी का अन्त, दहशतगर्दी के नाम पर कैदखानों में बन्द निर्दोष मुसलमानों की जल्द रिहाई, मुसलमानों के ईमान व अकीदे, इज्जत व आबरू, जान व माल की हिफाजत, देश व कौम की खुशहाली, तामीर व तरक्की और अमन व सलामती के खुदा पाक के हुजूर में दुआयें कीं। मौलाना खालिद रशीद ने गतसाल में दुनिया से रुखसत होने वालो को विशेषकर फरीदुद्दीन किदवाई, सिराज अहमद खॉ, जफरयाब जीलानी, चौधरी शरफुद्दीन, मुनव्वर राना, अली जाह उस्मानी, अब्दुल अली किदवाई और अन्य मरहूमीन के लिए दुआये मगफिरत बौर बीमारों के लिए सिहत की दुआयें कीं।

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