Home > स्थानीय समाचार > घर की जिम्मेदारी छोड़, देश की चुनौती को अपना फर्ज मान कर रहे कोरोना मरीजो का इलाज

घर की जिम्मेदारी छोड़, देश की चुनौती को अपना फर्ज मान कर रहे कोरोना मरीजो का इलाज

मोहनलालगंज, लखनऊ। पत्नी प्रसव माह में है, दो साल का एकलौता बेटा घर में अकेला है, लेकिन देश पर आए कोरोना संकट से निपटने और अपने फर्ज को निभाने के लिये हर पल तैयार रहने वाले मोहनलालगंज में तैनात रहे होनहार डॉक्टर सचिन कोरोना संक्रमित मरीजो का इलाज करने में व्यस्त हैं। वहीं दो साल का बेटा अपने पिता सचिन को अपनी तोतली भाषा में फोन पर पापा से घर आने की बात कहता है। तो डाक्टर सचिन फोन पर ही पत्नी का हाल चाल लेकर उन्हें भी ढांढस बंधाते रहते है। उधर पत्नी भी फोन पर पति से अपना ख्याल रखने की बात कहती रहती है।

मोहनलालगंज में तैनात रहे डाक्टर सचिन इन दिनों आगरा में एसएन मेडिकल कालेज में तैनात है। डाक्टर सचिन बताते है कि उनकी पत्नी 9 माह की गर्भवती है और इसी माह में ही पत्नी का प्रसव होना है और घर मे दो साल का बेटा भी है इसी बीच विभाग ने कोरोना मरीजो के इलाज के लिये डियूटी करने को कहा तो सचिन के सामने दोनो फर्ज निभाने की जिम्मेदारी थी, पर सचिन ने देश मे फैले कोरोना संकट और आपने पेशे को प्राथमिकता देते हुए सर्वप्रथम देश की चुनौती को सर्वोपरि मानते हुए कोरोना मरीजो के इलाज करने को अपना फर्ज समझ करकर डियूटी पर चले गये।वहीं डियूटी के दौरान जब घर पर फोन करते है तो दो साल का मासूम बेटा कहता है पापा घर आ जाओ तो डाक्टर सचिन भावुक हो जाते हैं पर अपने फर्ज को निभाने के लिये खुद को मजबूत कर लेते है, वहीं पत्नी भी सचिन का हौसला बढ़ाने के लिये कहती है आप देश मे आये संकट से निपटने के लिए अपनी डियूटी करे वो खुद को संभाल लेंगी। वही इनकी कहानी सुनकर आगरा से लेकर लखनऊ सहित सोशल मीडिया पर हर कोई सराहना करता फिर रहा है।

प्रसव के दौरान भी पत्नी से नही मिल सकेंगे——

डाक्टर सचिन ने बताया कि इसी महीने पत्नी की डिलीवरी होनी है और अभी उनकी डियूटी को चार दिन हुए अभी दस दिन डियूटी करनी है उसके बाद उन्हें कुछ दिनों के लिये घर से बाहर ही कोरन्टीन रहना पड़ेगा और इसी बीच यदि पत्नी की डिलीवरी हुई तो वो चाहकर भी पत्नी और होने वाले बच्चे से नही मिल पायेगे।

पाप जल्दी घर आ जायेंगे——

डाक्टर सचिन बताते है शाम होने पर उनका दो साल का बेटा अपने तरीके से पत्नी से कहता है पापा को बुलाओ तब हम दूध पियेंगे तब उनकी पत्नी यही कहकर दिलाश दिलाती है बेटा पापा जल्दी घर जायेगे आप दूध पी लो इसी दिलासे के साथ रोज रात उसे बिस्तर पर ले जाकर सुला देती है।
नवीन वर्मा, मोहनलालगंज ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *