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लखनऊ के सेक्सोलोजिस्ट डा. ए. के. जैन के खिलाफ फ्रॉड की एफआआईआर दर्ज

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के थाना नाका हिंडोला में स्वयंभू सेक्स स्पेशलिस्ट या सेक्सोलोजिस्ट बने डॉक्टर ए. के. जैन के खिलाफ फ्रॉड की एफआआईआर दर्ज हुई है, सूबे की राजधानी लखनऊ के फायरब्रांड आरटीआई कंसलटेंट और इंजीनियर संजय शर्मा की तहरीर पर थाना नाका ने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 420,467,468 और 471 में जैन के खिलाफ मुकदमा संख्या 0108 पंजीकृत करके विवेचना उपनिरीक्षक चन्द्र मोहन सिंह को सौंप दी है, लोकजीवन में पारदर्शिता और जबाबदेही और मानवाधिकार संरक्षण के लिए काम कर रहे देश के नामचीन कार्यकर्ताओं में शुमार होने वाले संजय शर्मा ने बीते 05 मार्च को थाना नाका में लखनऊ के चारबाग स्थित गौतम बुद्ध मार्ग पर मोहन होटल के सामने और ए. पी. सेन रोड पर 2 सेक्स क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर ए. के. जैन के खिलाफ एक तहरीर दी थी जिस पर थाना नाका में बीते 16 अप्रैल को यह मुकदमा कायम हुआ है,‘तहरीर’ नामक पंजीकृत सामाजिक संगठन के संस्थापक अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि डॉक्टर ए के जैन ने निखिल भारतवर्षीय आयुर्वेद विध्यापीथं नई दिल्ली से दिसम्बर 1982 में आयुर्वेदाचार्य का उपप्रमाणपत्र प्राप्त किया और अगले ही वर्ष 1983 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री प्राप्त कर ली है जो कि 1 साल में प्राप्त करना संभव ही नहीं था, बकौल संजय इससे स्पष्ट था कि या तो डॉक्टर जैन ने निखिल भारतवर्षीय आयुर्वेद विध्यापीथं नई दिल्ली द्वारा दिसम्बर 1982 में जारी दिखाया गया आयुर्वेदाचार्य का उपप्रमाणपत्र कूटरचना करके फर्जीबाड़े से बनाया था अथवा डॉक्टर वर्ष 1983 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से जारी बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री कूटरचना करके फर्जीबाड़े से बनाई थी क्योंकि 1 साल के अन्दर लखनऊ यूनिवर्सिटी की बैचलर ऑफ लॉज की डिग्री प्राप्त की ही नहीं जा सकती थी, संजय के अनुसार डा. जैन ने इन दोनों शैक्षिक योग्यताओं को अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित कर इन दोनों शैक्षिक योग्यताओं का प्रयोग अपने व्यवसाय को बढाने के लिए और मरीजों को प्रभावित करके अपनी तरफ खींचने के लिए किया था और इस प्रकार उपरोक्त दोनों शैक्षिक योग्यताओं में से जो भी फर्जी थी उस फर्जी योग्यता के प्रमाणपत्र से भी धनोपार्जन करने के साथ-साथ लोगों के साथ धोखाधड़ी भी की थी, संजय ने बताया कि उनको थाने से थ्प्त् की प्रति बीते कल मिली है और वे जल्द ही विवेचक से मिलकर उनको डॉक्टर जैन के फर्जीबाड़े के और प्रमाण देकर अपना बयान अंकित करायेंगे।

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