लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में तैनात होने वाले प्रत्येक उपाध्यक्ष के द्वारा अवैध निर्माणों पर कड़ी कार्यवाही किए जाने के अनवरत फरमान जारी किए गये हैं। लेकिन जमीनी हकीकत में अवैध निर्माण पर कारवाई होने के बजाय दिन प्रतिदिन खुलेआम चौबीसों घंटे अनवरत दिन दोगुने रात चौगुने नियम विरुद्ध निर्माण हो रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि भूखंड स्वामी द्वारा भूमि से लेकर निर्माण सामग्री तक ऊंचे दामों पर खरीद कर निर्माण आदि कराया जाता है तो फिर अवैध निर्माण कैसे-? बल्कि इसका सीधा सा जवाब है लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की दूषित कार्यशैली के चलते जहां अरबों रुपए सरकारी राजस्व की हानि हो रही है । वही भवन और व्यवसायिक निर्माण करने वाले को अवैध शब्द कहकर अपमानित किया जाता है। यदि निर्माणकर्ता भवन भूखंड स्वामी उक्त अवैध प्लाट व भूखंडों को बिना निर्माण के छोड़ दे तो क्या भू माफियाओं द्वारा भवन भूखण्डो पर किए जा रहे अवैध कब्जों से लखनऊ विकास प्राधिकरण अवैध कब्जो से मुक्ति दिला पाएगा-? हां इतना तो अवश्य हो रहा है कि लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व वर्तमान उपाध्यक्षो के द्वारा दिए गए अवैध निर्माण रोकने के फरमानो से अवैध निर्माण तो नहीं रुक पा रहा है। लेकिन भ्रष्ट व दागदार बार बार प्रवर्तन मे तैनाती लेने वाले अवर अभियंता रवि प्रकाश यादव,एस के सिंह, एस पी सिंह, संजय शुक्ला, रंगनाथ आदि जैसे लोगो द्वारा जुगाड बनाकर प्रवर्तन मे तैनाती लेकर खुले आम अवैध निर्माण को पूर्ण कराने का ठेका लेकर खुले आम अवैध निर्माण करवाए जा रहै। ऐसे भष्ट अवर अभियन्ताओ को लखनऊ विकास प्राधिकरण का कौन अधिकारी बार बार तैनाती दे रहा है ?कही ऐसा तो नही ऊँचे पहुंच के चलते वर्षो से एक ही जगह तैनात मुख्य अभियन्ता इन्दूशेखर तो नही है ? जो शासन द्वारा तैनाती लेने वाले प्राधिकरण के उपाध्यक्षो को दिग्भ्रमित करके निजी स्वार्थ की पूर्ति करके शासनादेश के विपरीत अवैघ निर्माणो के दागदार अवर अभियन्ताओ को बार बार तैनाती देकर अवैध निर्माण करवाए जा रहे हो ?
विदित हो प्रवर्तन जोन 1 मे तैनात प्रभावशाली अवर अभियन्ता रवि प्रकाश यादव के द्वारा तत्कालीन एलडीए उपाघ्यक्ष प्रभुनाथ की दुष्टता के कारण श्री सिंह के द्वारा निलम्बन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी थी,लेकिन अवैध निर्माण करवाने मे लिप्त भृष्ट अवर अभियन्ताओ के संरक्षणदाता लखनऊ विकास प्राधिकरण के मठाधीश अधिकारियों द्वारा रवि प्रकाश यादव को निलंबन की कार्यवाही न करके उद्यान अनुभाग में भेज दिया गया गया। उद्यान से पुन: कुछ दिनों बाद प्रवर्तन में तैनाती दे दी गई ?तैनाती पाते ही भ्रष्ट अवर अभियंता रवि प्रकाश के द्वारा विराज खंड में तैनाती के दौरान नियम विरुद्ध निर्माणाधीन भवन का निर्माण पूर्ण करवाकर अस्पताल खुलवा दिया गया। इतना ही नही प्रभावशाली जेई रवि प्रकाश यादव के संरक्षण मे चलते गोमती नगर के विजय खंड में तैनाती पाते ही बंद पड़ा अवैध निर्माण कार्य प्रारम्भ करवा दिृा गया। वहीं दूसरी ओर सेंन्ट जोजफ अस्पताल के सामने आवासीय भूखंड में व्यवसायिक निर्माण पूर्ण कराकर अध्यासित करवा दिया गया। क्रमश:आगे