धीरेन्द्र मिश्रा
लखनऊ। चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण प्रमुख सचिव देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि डेंगू नियंत्रण के लिए सभी सम्भव उपाय युद्धस्तर पर किये जायें। क्षेत्रों में ए0एन0एम0 और आशाओं की टीमें भेजकर घर-घर जागरूकता का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही नगर निगम से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियो में लाउडस्पीकर के माध्यम से डेंगू पर जानकारी और नियंत्रण की आवश्यक कार्यवाही का प्रचार कराने के निर्देश दिए। इस दौरान जनपद लखनऊ, कानपुर नगर एवं प्रयागराज के चिकित्सा विभाग तथा नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ डेंगू की रोकथाम एवं बचाव के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाही की समीक्षा की। अधिकारियों से वास्तविक डेंगू मरीजों का आंकड़ा प्रस्तुत करने को कहा। प्राइवेट लैब में जो टेस्टिंग हो रही हैं वहाॅ से भी डेंगू प्रभावित मरीजों की रिपोर्ट के आंकड़े लेने को कहा। मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ डा0 नरेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि जनपद में विविध टेस्टिंग के लिए अधिकृत तौर पर 36 प्राइवेट लैब हैं जिनमें से मात्र 12 प्राइवेट लैब एलीजा टेस्ट कर सकती हैं।एलीजा टेस्ट ही वास्तव में डेंगू का टेस्ट हैं जिसकी रिपोर्ट 06 घंटे के उपरान्त प्राप्त होती है। सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों का शत-प्रतिशत रिकार्ड रखा जा रहा है। प्रमुख सचिव ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि जिन प्राइवेट लैब में एलीजा टेस्ट हो रहा हैं उनसे नियमित रिपोर्ट मंगाकर डेंगू पाॅजिटिव मरीजों की जानकारी ली जाये तथा उनके क्षेत्रों में नियंत्रण के विशेष अभियान चलाये जायें। ट्रैफिक सिग्नल और चैराहों पर भी डेंगू सम्बन्धी जागरूकता का एनाउन्समेंट करवाया जायें। नगर-निगम के अधिकारियों से कहा कि जो शहरी क्षेत्र उनके अधिकार में नहीं आते है वे उन क्षेत्रों में भी साफ-सफाई एवं फाॅगिंग करवायें। बैठक में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वी0 हेकाली झिमोमी, महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, मुख्य चिकित्साधिकारी लखनऊ, कानपुर नगर एवं प्रयागराज, निदेशक संचारी रोग, अपर निदेशक संचारी रोग, नगर स्वास्थ्य अधिकारी तथा नगर आयुक्त लखनऊ की प्रतिनिधि सहित समस्त सम्बन्धित एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।