लखनऊ। आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने अयोध्या भूमि घोटाले के संबंध में आज लोकायुक्त के समक्ष परिवाद प्रस्तुत किया है। परिवाद में कहा गया है कि अयोध्या में दो ट्रस्ट, महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट तथा श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, के माध्यम से अनुसूचित जाति के लोगों की भूमि को गैर-कानूनी ढंग से खरीद कर तमाम बड़े अफसरों को बेचने के आरोप सामने आये थे. इस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने 25 अगस्त 2022 को तत्कालीन विशेष सचिव, राजस्व राधे श्याम द्विवेदी के अधीन एक जाँच समिति गठित की. राधे श्याम द्विवेदी रिटायर हो गए किन्तु जाँच में कोई प्रगति नहीं हुई। इसके बाद 29 दिसंबर 2022 को जाँच हेतु एक नयी समिति बनी किन्तु इस समिति द्वारा भी अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।परिवाद के अनुसार इस मामले में अयोध्या के तमाम राजनेताओं, वहां कार्यरत रहे कई आईएएस तथा पीसीएस अधिकारियों के अलावा लखनऊ के भी कई ताकतवर हस्तियों पर सितम्बर 2021 के आसपास गैर-कानूनी ढंग से अपने रिश्तेदारों के नाम कुल लगभग 17 एकड़ भूमि लेने के आरोप लगे थे। अमिताभ ठाकुर ने परिवाद में आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा इस मामले में स्वयं जाँच की घोषणा के बाद भी अब तक मामले में कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। अतः उन्होंने अपने परिवाद में मामले की शीघ्र पारदर्शी जाँच कराते हुए कार्यवाही की मांग की है।