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जिलाधिकारी द्वारा डा0श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण

स्वास्थ्य सेवाओ को अधिक बेहतर बनायें-जिलाधिकारी
    लखनऊ |  जिलाधिकारी जी0 एस0 प्रियदर्शी ने आज डा0श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय (सिविल अस्पताल) का औचक निरीक्षण किया। उन्होने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओ को अधिक बेहतर बनाने के लिये मैने यह निरीक्षण किया हैं। इस निरीक्षण का उद्ेदश्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर अस्पताल में चिकित्सीय कमियों को दूर कराना है। उन्होने कहा कि प्रा0स्वा0 केन्द्र, समुदायिक स्वा0 केन्द्र, जिला अस्पताल व अन्य अस्पतालों में हम निरीक्षण करते रहेगें।
       जिलाधिकारी ने सिविल अस्पताल के समस्त वार्ड, ओ0पी0डी0, पैथालाजी, रेडियोलाजी, इमरजेन्सी व शव विच्छेदन गृह का निरीक्षण किया। शव विच्छेदन के निरीक्षण में शव विच्छेदन में डी-फ्रीजर न होने पर चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि डी-फ्रीजर आ गया है उसको शीध्र शव विच्छेदन में फिट करवाने के निर्देश दिये और कहा कि शव को जमीन में न रखा जाये। निरीक्षण के दौरान पाया कि ओ0पी0डी0 एक लाइन से बनी हुई है और काफी कन्जेस्टेड है मरीजों की काफी भीड थी और मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नही थी जिसके लिए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश दिये कि जिन ओ0पी0डी0 में ज्यादा भीड़ होती है उनको सुविधानुसार शिफ्ट किया जाये और प्रत्येक ओ0पी0डी0 के बाहर बैठने हेतु पर्याप्त संख्या में बेंचों की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये। जिससे  मरीजों को कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में बने रैन बसेरा को और अधिक विस्तार किया जाये, तथा साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। निरीक्षण के दौरान पायी गयी कमियों को सुधारने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को दिये। उन्होने कहा कि कमियों को दुरूस्त कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाया जाये वार्डो में बेड के नीचे पर्याप्त डस्टविन की व्यवस्था कराने के निर्देश दिये है। उन्होने कहा कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। निरीक्षण के दौरान इमरजेन्सी के निरीक्षण में इमरजेन्सी मेडिसिन टेª, बायोमेडिकल वेस्ट एवं डिस्ट्राय की पर्याप्त व्यवस्था व पुराने उपकरणों को बदलकर नये उपकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
      जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि  कोई भी डाक्टर किसी भी हालत में मरीज को बाहर की दवाएं न लिखें यदि कोई भी डाक्टर अपनी टेबल पर एमआर का पॅम्पलेट और दवाइयों न रखें यदि कोई डाक्टर बाहर की दवाई हलखता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा कि मरीजों के साथ किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, निदेशक प्रमुख अधीक्षक डा0 हिम्मत सिंह दानू, चिकित्सा अधीक्षक डा0 आशुतोष दुबे आदि उपस्थित थे।

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