Home > लाइफस्टाइल > विश्व एकता आज की सबसे बड़ी आवश्यकता-, मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेश

विश्व एकता आज की सबसे बड़ी आवश्यकता-, मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेश

लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित हो रहे 18वें अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन विधिवत उद्घाटन आज प्रातः सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेष ने दीप प्रज्वलित कर इस ऐतिहासिक सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता, श्री सुधांषु त्रिवेदी, महिला एवं परिवार कल्याण मंत्री उत्तरप्रदेश , श्रीमती स्वाती सिंह तथा प्रदेश के प्रमुख सचिव, सूचना विभाग, श्री अवनीश अवस्थी भी उपस्थित थे। इस ऐतिहासिक अवसर पर सी.एम.एस. छात्रों ने विश्व के ढाई अरब बच्चों की ओर से ‘चिल्ड्रेन्स वल्र्ड पार्लियामेन्ट’ की अनूठी प्रस्तुति के माध्यम से बच्चों के अधिकारों की आवाज बुलन्द की तो वहीं दूसरी ओर देश-विदेश से पधारे प्रख्यात न्यायविदों ने अपने सार गर्भित सम्बोधन में सी.एम.एस. के 55,000 छात्रों की अपील का पुरजोर समर्थन किया। विदित हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशो का 18वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 10से 14 नवम्बर तक सी.एम.एस. कानपुररोड आॅडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 6 देशों के प्रधानमंत्री, पूर्व व वर्तमान राष्ट्रपति/राष्ट्राध्यक्ष एवं 56 देशों के लगभग 270 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् प्रतिभाग कर रहे हैं।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन के उद्घाटन अवसर प रबोलते हुए मुख्य अतिथि श्री योगी आदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेष ने सभी सम्मानित अतिथियों का उत्तर प्रदेष की 22 करोड़ जनता की तरफसे स्वागत किया।उन्होने कहा कि विश्व एकता आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और भारतीय संविधान की धारा 51 में इसका प्राविधान है। हमारी संस्कृति ‘सर्वेभवन्तु सुखिनः’ की भावना से प्रेरित है और हम सब सदैव इस के लिए प्रयास रत रहे हैं।उन्होंने इस आयोजन के लिए सी.एम.एस. की भूरि-भूरि प्रशंसा की और कहा कि यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन अवश्य ही विश्व में एकता स्थापित करने में सहायक होगा । उन्होने कहा कि सभी देशों की सरकारों को विश्व एकता एवं शान्ति के लिए प्रयास करना चाहिए । विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय प्रवक्ता, भा.ज.पा. तथा सीएमएस के पू र्वछात्र श्री सुधांशु त्रिवेदी ने अपने धन्यवाद भाषण में कहा कि ‘भारत सबसे युवा देश, प्राचीनतम संस्कृति तथा विशालतम गणतंत्र है और ऐसे प्रेम की धरती के राज्य उत्तर प्रदेश में,जहां ताजमहल है, मैं विश्व के कोने-कोने से पधारे माननीय अतिथियों का स्वागत एवं अभिनन्दन करताहूं । मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विभिन्न देशों से पधारे प्रधान मंत्री एवं पूर्व व वर्तमान राष्ट्रपति/राष्ट्राध्यक्षों समेत कई प्रख्यात न्यायमूर्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर बोलते हुए गुयाना के उपराष्ट्रपति महामहिम श्री खेमराज राज रतन ने कहा कि सिटीमोन्टेसरी स्कूल के बच्चों की अपील हम सभी को एवं यहाँ उपस्थित सभी न्यायमूर्तियों के हृदयों को छूती हैं, हमें इनकी आवाज नजर अन्दाज नहीं करनी चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि क्रान्तियाँ भीड़ से नहीं आती हैं, एक प्रभाव शाली विचार से ही क्रान्ति उत्पन्न हो जाती है। अफगानिस्तान के उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीष जस्टिस श्री सैयद यूसुफ हलेम ने कहा कि आज बहुत पवित्र और ऐतिहासिक दिन है जब इतने देशों के राष्ट्राध्यक्ष व मुख्य न्यायाधीश एक अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था बनाने की चर्चा के लिए एकत्रित हुए हैं। क्रोएशिया के पूर्व राष्ट्रपति स्टीफन मेसिक ने कहा कि दुनियामें जो घटनायें हो रही हैं हम उनसे आँखें तो नहीं मूंद सकते हैं। प्रत्येक देश का अधिका रहै कि वो अपने लिए नियम बनाए । हमें आज अवसर मिला है जब कि हम दुनिया के लिए कुछ कर सकते हैं। हमें मानव जाति की रक्षा करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाना चाहिए । ले सोथो के प्रधानमंत्री महाम हिमडाॅ पाकालिथामो सिसिली का कहना था कि हमें लगातार बढती बच्चों की आबादी का खास ख्याल रखना है क्योंकि आगे चलकर यही बच्चे दुनियां के महत्व पूर्ण मसलों में महत्व पूर्ण भूमिका निभाऐंगे। इजिप्ट सुप्रीमकोर्ट के डेप्यूटी चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति आदेल ओमर शेरीफ ने कहा कि विश्व भर से इतने सारे न्यायविदों का यहाँ आना इस बात का प्रमाण है कि वे इस कार्य के प्रति संकल्पबद्ध हैं लेकिन इस में समाज के अन्य वर्गों का प्रतिभाग भी आवश्यक है।इससे पहले, ‘अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्याया धीश सम्मेलन’ में प्रतिभाग हेतु लखनऊ पधारे देशों के प्रधान मंत्रियों पूर्व व वर्तमान राष्ट्राध्यक्षों एवं 56 देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व कानून विदों ने आजसी.एम.एस. छात्रोंव शिक्षकों के विशाल ‘विश्व एकतामार्च’ का नेतृत्व किया एवं न्यायविदों ने सी.एम.एस. के विश्व एकता अभियान का पुरजोर समर्थन किया । कानपुर रोड स्थित पुरानी चुंगी से सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम तक निकाले गये विशाल ‘विश्व एकतामार्च’ मेंसी.एम.एस. के लगभग 2000 से अधिक छात्रों ने देश-विदेश से पधारे न्यायविदों व कानून विदोंका अनुसरण किया एवं अपने हाथों में ग्लोब, पोस्टर, बैनर इत्यादि लेक रविश्व एकता, विश्व शान्ति, सुदृढ़ विश्व न्यायिक व्यवस्था की पुरजोर अपील की। सी.एम.एस. के मुख्य जन-सम्पर्क अधिकारी हरिओम शर्मा ने बताया कि 56 देशों से पधारे न्यायविद्ों व कानूनविदों के सार गर्भित विचारों का दौर जारी है जिसके अन्तर्गत एक नवीन विश्व व्यवस्था पर गहन चिन्तन, मनन व मंथन चल रहा है। सम्मेलन की परिचर्चा अलग-अलग पैरालल से शन्स के अन्तर्गत सम्पन्न हो रही है जिनमें ‘क्रिएटिंग ए कल्चर आॅफ यूनिटी एण्ड पीस’, ‘इस्टेब्लिसिंग रूल आॅफलाॅ’, ‘ह्यूमन राइट्स’, ‘ग्लोबल गवर्नेन्स स्ट्रक्चर’, ‘टैकलिंग ग्लोबल इश्यूज’ एवं ‘सस्टेनबल डेवलपमेन्ट’ आदिविषयों एवं उप-विषयों पर विचार का आदान-प्रदान हो रहा है। शर्मा ने बताया कि 6 देशों से पधारे प्रधान मंत्री एवं पूर्व व वर्तमान राष्ट्र प्रमुख एवं 56 देशों से पधारे न्याय विद् व कानून विद् आज सायं मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास 5, कालीदासमार्गजायेंगे, जहाँ मुख्यमंत्री माननीय योगी आदित्यनाथ विभिन्न देशों के राष्ट्र प्रमुखों व न्यायविदों का स्वागत करेंगे एवं इनविशिष्ट अतिथियों के सम्मान में रात्रि भोज देंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *