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देखों मेरे नबी शान,बच्चा बच्चा है क़ुर्बान या रसुल्लाह की सदाओं से गूंज उठा सादुल्लाह नगर इलाक़ा

माेहम्मद मैनुद्दीन खान
मुशाहिद ,नगर(गोण्डा) देखों मेरे नबी शान,बच्चा बच्चा है क़ुर्बान या रसुल्लाह की सदाओं से गूंज उठा सादुल्लाह नगर इलाक़ा ईद मिलादुन्नबी सल्लल्लाहू अलैहे वसल्लम बड़े ही हर्षउल्लास साथ बुधवार को मनाया गया।सादुल्लाह नगर गौरा चौकी रोड पर स्थित मरकज़ी इदारा अल जामे अतुल हशमतिया मुशाहिद नगर माहिम से मरकज़ी जुलूस 12:00 बजे दिन में शहजादऐ मज़हरे आला हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद नासिर रज़ा खान हशमती की सरपरस्ती व सदारत शाज़ादये मसूमे मिल्लत मुफ्ती मोहम्मद मेहरान रजा खान हशमती की क़यादत में निकाला गया।मरकज़ी जुलूस अपनी परम्परागत राहों से गुजरता रहा जगह-जगह लोगों ने मरकज़ी जुलूस का स्वागत किया। जुलूस गुलजार नगर से होते हुए गूमा फातमा जोत रबीउलनूर ग्राउंड में पहुंचा जहां पर अंजुमन गुलामाने मुस्तफा कमेटी ने मौलाना मुफ्ती मोहम्मद नासिर रजा खान हशमती व मौलाना मुफ्ती मोहम्मद मेहरान रज़ा खान हशमती,क़ारी अब्दुल हफ़ीज़,क़ारी अतहरुल क़ादरी को फूल माला पहना कर जुलूस का स्वागत किया। उसके बाद रबीउल नूर ग्राउंड में आमदे मुस्तफा के ताअलुक़ से अल्लामा अलहाज मुफ्ती मोहम्मद नासिर रजा खान हशमती ने आये हुऐ जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि अल्लाह ने पूरी दुनिया के लिए अपने रसूल को रहमत बनाकर भेजा है जिन्होंने ज़मानऐ जाहिलियत में इंसानियत का चराग़ रोशन कर दिया लोगों की हैवानियत भरी जिंदगी को अमली जामा पहना दिया जो लोग राहे हिदायत से दूर थे उनको कानून ए शरीयत का सबक दिया उस पर आज भी इस्लाम को नाज है।उसके बाद सलातो सलाम और दुआ पर प्रोग्राम ख़त्म हुआ रबीउल नूर ग्राउंड से जुलूस के साथ सारी अंजुमने नाराए तकबीर व रिसालत की सदा के साथ हशमती चौक,इमाम अहमद रजा चौक, होते हुए सादुल्लाह नगर मेन मार्केट से होते हुए शहीद मिल्लत हज़रत बाबा अब्दुल कुद्दुस रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर हाजिर हुई और सलामी पेश की वहां से जुलूस निकल कर हुसैनी चौक, होता हुआ बाईपास तिराहा बस अड्डे पर पहुंचा जहां पर अंजुमन रजाऐ हुसैन ऐदहा व् सादुल्लानगर की ईद मिलादुन्नबी राईनी कमेटी के सदस्य व दारुल उलूम सुबहानिया के सदस्यों ने जुलूस का शानदार इस्तकबाल किया बस अड्डा तिराहे पर अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद मेहरान रजा खान हशमती ने संबोधित करते हुए कहा कि नबी की आमद के बाद तारिकिया छठ गई और कायनात का गोशा गोशा मुनव्वर हो गया नबी की पैदाईश से पहले दुनिया में इंसान थे लेकिन इंसानियत नाम की कोई चेज़ नहीं थी उन्होंने कहा कि इस्लाम हिंसा से नहीं फैला बल्की इस्लाम नबी अकरम के अखलाक से फैला है पैग़ंबरे इस्लाम ने दुनिया को अमन का पैगाम दिया है और गिरते हुए लोगों को जमीन की पस्तियो से उठाकर आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया बाईपास तिराहा से निकलने के बाद जुलूस अपनी पूरी शानो शौकत के साथ कुतुबनगर जिलानी नगर होते हुए बाबा इलाही बख्श रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर पहुंचा जहां पर अंजुमन गुलमाने मुस्तफा नौजवान कमेटी जिगनी की तरफ़ से जुलूस का स्वागत किया गया यहां पर अल्लामा मुफ्ती अब्दुर्ररहमान क़ादरी ने उमड़ते हुए जनसमूह को संबोधित करते हुऐ कहा की नबी का जन्म दिन हमारे लिऐ सब से बड़ा ख़ुशी का दिन है।उसके बाद सलातो सलाम और अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद नासिर रजा खान हशमती की दुआ पर जुलूस ईदे मिलादुन्नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का सम्मापन हुआ उन्होंने मुल्क में अमन चयन और तरक़्क़ी के लिऐ दुआ की जुलूस की निगरानी कर रहे जामिया के मीडिया प्रभारी अलहाज शरफुद्दीन खान हशमती ने प्रसाशन और बाहर से आई हुई अंजुमनों का शुक्रिया अदा किया। और साथ ही रबीउल नूर की बधाई दी।
इस अवसर पर हाफिज महमूदुल हसन बेग़, क़ारी मेंहदी हसन हशमती, फारूक अहमद ठेकेदार, एजाज़ अहमद, चांद बाबू राईनी वाजिद अली राईनी,रिज़वान अहमद, उर्फ़ लोधे,उवैस रजा बैग वहिदुल हसन बैग,अबरार अहमद खाना,मौलाना इरशाद अहमद खान हशमती,अनीस अहमद कादरी, हाफिज सरफराज हशमती, गुलाम जीलानी बेग़, अखलाक महबूबी,नफीस् खां,अनीस खान, मोहम्मद सलमान बागबान,अब्दुलर्रर्हमान अब्दुल क़य्यूम खान सुहेल खान, सलीम खान,तुफैल खान, मारूफ अनवर हाशमी,नसीम राइनी,मेराज खान,राजू खान,हक़ीकुल्लाह अंसारी,दिलशाद खान, इस्राफील, नसीब अली कुरेशी ,कुतबुद्दीन सिद्दीकी,अताउल मुस्तफा शाह,आदि लोगो का सहायत रहा थाना प्रभारी सादुल्लाह नगर पवन सिंह अपने दल बल के साथ रहे लेकिन प्रशासन की लापरवाही जुलुस में नज़र आई।

 

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