आशीष वर्मा ✍
गोंडा मसकनवा गौराचौकी मार्ग पर बड़े बड़े गड्ढों के कारण आवागमन में होती राहगीरों को परेशशानी-प्रदेश की भाजपा सरकार जहाँ एक तरफ गड्ढे मुक्त सड़क करवाने का दावा कर रही वहीं मसकनवा बाजार के चौराहे से हथियागढ़ बाजार तक सड़के हुई काफी जर्जर सिंगारघाट पुल के पास सड़क पर गड्ढे डेढ़ से दो फिट गहरे व आठ से दस फिट चौडे है मार्ग पर राहगीर व ग्रामीणों को जान को जोखिम में डालकर निकलना होता मुश्किल वही आये दिन रोजाना नौनिहाल बच्चों को स्कूल जाने आने में हो रही परेशानी कठनाइयों से परेशान नौनिहाल बच्चे चोटहिल हो जाते इस मार्ग पर करीब 5 से 6 किमी० दूरी की दशा इतनी गड्डों से जर्जर हो चुकी है । जो समस्या कई महीनों से चली आ रही है लेकिन मार्ग पर जल निकासी न होने की वजह से बरसात का पानी सड़क पर बने गड्ढों मे पूरी तरह भर जाता है।
वही भोपतपुर बाजार में लगभग एक माह हो गया हैं आर सी सी रोड का निर्माण हुआ है । जहां सड़क की चौड़ाई कम होने के कारण दो गाड़ियों को एक साथ निकलना मुश्किल हो जाता है और सड़क के निर्माण के लिए सड़क के बगल से मिट्टियों की खुदाई करायी गयी थी। लेकिन सड़क निर्माण होने के बाद बगल के गड्ढे को अभी तक मिट्टियों से नही भरा नही गया है जिससे आये दिन पैदल और साइकिल से चलने वाले भी परेशान नज़र आ रहे हैं।जिस पर न तो किसी जनप्रतिनिधि की नजर पडी है अौर न ही किसी अधिकारी की जिससे इस जर्जर मार्ग की समस्या से निजात मिल सके। वही इसी मार्ग स्थित हथियागढ़ बाजार में भी काफी जलजमाव की समस्या काफी दिनों से बनी हुई हैं। जिस पर भारी से भारी व छोटे से छोटे वाहन लगातार गुजरते रहते है भारी वाहनों के चलने से सड़क में बिछी गिट्टी पत्थर उखड़ कर सड़क के अासपास फैल गई है । जिस कारण वहाँ से गुजरने वाले बाइक व साइकिल सवार लोगों का गुजरना दूभर हो गया।कब किसकी बाइक या साइकिल गिट्टी या कीचड में फिसल जाये जिससे कोई भी बडी़ दुर्घटना घट सकती है।
सड़क के अासपास कीचड़ इकट्ठा हो जाने की वजह से पैदल चलने वाले लोगों को बहुत अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
*इसी मार्ग पर सरकारी अस्पताल,एसबीआई बैंक , इलाहाबाद बैंक ,वलीउद्दीन इण्टर कॉलेज,गर्ग इण्टर कालेज,माँ दुर्गा इण्टर कालेज, पुलिस चौकी पेट्रोल पम्प समेत कई विद्यालय है। जिससे इस मार्ग पर गुजरने वाले राहगीरों समेत स्कूली बच्चों को बहुत ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।लेकिन शासन व प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है।