इकबाल खान
बलरामपुर। जाफरी मैदान (सिया का हाता) मे सर सैय्यद एंड वेलफेयर सोसायटी द्वारा एक शाम सर सैय्यद और डॉक्टर अल्लामा इकबाल के नाम कार्यक्रम का आयोजित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता वहीददुजफर खान ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व सपा विधायक मो0 अरशद खान रहे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पीस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर अब्दुल मन्नान,पूर्व मंत्री डॉ एस0 पी0 यादव,डॉ रिजवानरजा,डॉ अफताब आलम खान,पूर्व चेयरमैन इशरत जमाल,नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि शाबान अली रहे। कार्यक्रम की शुरुवात कारी रेहान ने क़ुरआने पाक की तिलावत कर के की। उसके बाद मिली करवा पब्लिक स्कूल के बच्चों ने नाते पाक पढ़कर आये हुए लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। आये हुए मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथियों ने मिली कारवा पब्लिक स्कूल के बच्चों को मेडल पहनाकर उत्साहवर्धन किया उसके बाद आयोजकों द्वारा मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों को मोमेंटम दिया गया । डॉ रिजवान रजा ने एनुअल मैगजीन बज्मे सर सैयद और पद्मश्री बेकल उत्साही की बज्म लिखी किताब भी डॉ अफताब आलम खान को दी।आफताब आलम खान ने सर सैयद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए शेरो शायरी पढ़ी और बुशरा खान ने अल्लामा इकबाल की शायरी को पढ़कर आए हुए अतिथियों और सम्मानित लोगो को तराने सुनाये।अपने सम्बोधन में डॉक्टर अब्दुल मन्नान ने कहा कि सर सैय्यद अहमद खान ने पूरी जिंदगी कौम की खिदमत में लगा दी थी। सपा के पूर्व मंत्री डॉ एस पी यादव ने कहा उर्दू के विरोधी हैं वह इसको एक कौम से जोड़ते हैं क्या वह इंकलाब को अपनी डिक्शनरी से निकाल देंगे जो इंकलाब का नारा लगता था तो शरीर का खून गर्म हो जाता था और देश के लिए मर मिटने को तैयार हो जाते थे इसीलिए अल्लामा इकबाल साहब ने कहा था कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हिंदी हम वतन है हिंदुस्ता हमारा जब तक यह बात रहेगी तब तक फिरका परस्त ताकतें हम को नहीं तोड़ सकती हैं। शाबान अली ने कहा कि सर सैय्यद साहब की सोच को ज़िंदा करें उस ज़ज़्बे को अपने अंदर पैदा करें जो जज़्बा सर सैय्यद साहब के अंदर था और तालीम की उस रौशनी को फैलाने का काम करें जिस रोशनी को सर सैय्यद अहमद साहब ने एक इदारा कायम करके किया था। पूर्व चेयरमैन इशरत जमाल ने कहा कि आज अगर हमारे घरों की लड़कियां आला तालीम हासिल कर ऊंचे मुकाम पर है और साइंस से वाकिफ है तो यह सर सैयद की ही देन है। सपा के पूर्व विधायक मो अरसद खान ने कहा ने सर सय्यद और अल्लामा इकबाल के जीवन पर प्रकाश डालने के बाद कहा कि जो पूरी दुनिया में पाए जाते हैं वह अकेली भारत में पाए जाते है इससे अच्छा कोई मुल्क नही है। सन1757 तक हिंदुस्तान दुनिया का सबसे तरक्कीयाफ्ता मुल्क था हम अमेरिका चीन जापान से आगे पाए जाते थे। मुसलमानो ने 800 साल हिन्दुस्तान पर राज किया अगर मिटाना होता तो क्या हुआ होता।रामपुर के राजा हम थे पर रामपुर का नाम मिटा कर रहमानपुर हमने नही किया।सीतापुर के राजा हम थे पर हमने सीतापुर का नाम मिटा कर फातमापुर नही किया । हम मिटाते तो किस शहर का नाम रह जाता मुसलमान सब को जोड़ने का काम किया करते है हमने कभी किसी को तोड़ने का काम नही किया पर आज जो सरकार है वह 5 साल मे नाम मिटाने औऱ तोड़ने का काम कर रही। आज हमारा इतिहास मिटाने की कोशिश की जा रही। पर तुम्हारे नाम मिटाने से कुछ नहीं होने वाला इस्लाम वह पौधा जो काटो मे हरा होता है। समय चक्र है जो आज है वह कल नही होगा जो कल है वह आज नही होगा जिनको लोग छोटी जात कहते थे । आज उनका इतिहास बदल गया जिन्होंने लाल किला कुतुब मीनार,ताजमहल, व दिल्ली में बड़ी-बड़ी इमारत बनवाएं उन्होंने नही सोचा था कि हमारी औलाद इन से महरूम रह जायेगी।अंग्रेजो ने हुकूमत किया और सन 1947 में अंग्रेज चले गए पर अंग्रेजों की नाजायज औलाद आज भी हिंदू और मुसलमान को बांटने की कोशिश कर रहे है। सभा के संबोधन के बाद आये हुए अतिथियों, मिली कारवा पब्लिक स्कूल के बच्चों व स्टाफ को कार्यक्रम के आयोजकों ने डिनर करवाया उसके बाद रात भर मुशायरा प्रोग्राम हुआ। इस अवसर पर भारी संख्या में सम्मानित लोग व आम जनमानस मौजूद रहे। भव्य कार्यक्रम के लिये आये हुए अतिथियों ने कार्यक्रम के आयोजक रईस अहमद,आफताब आलम मोहम्मद अरशद अली, गुलाम मोहम्मद रहमानी, मोहम्मद अफजल, रफीकउद्दीन खान सहित सभी आयोजको का शुक्रिया अदा किया और इस तरह के कार्यक्रम हमेशा करवाने की दुआ दी।