मोहम्मद मैनुद्दीन खान
मनकापुर गोण्डा। आज लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय, गोंडा के मुख्य परिसर में नव निर्मित प्रशासनिक प्रखंड का लोकार्पण माननीय कुलपति प्रोफ़ेसर मनोज दीक्षित, डॉ० राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष पूर्व सांसद माननीय सत्यदेव सिंह, कश्मीर सिंह सलूजा, सचिव, प्रबंध समिति, प्राचार्य प्रो० डी० के० गुप्त, मुख्य नियंता डॉ० जितेंद्र सिंह, महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ० शैलेन्द्र नाथ मिश्र, मंत्री डॉ० मंशाराम वर्मा समेत महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक उपस्थित रहे।
लोकार्पण समारोह के पूर्व मेजर डॉ० के० एन० पांडेय एसो० प्रोफ़ेसर, सैन्य विज्ञान के नेतृत्व में महाविद्यालय के एन. सी. सी. कैडेट्स ने कुलपति महोदय को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
तदनंतर महाविद्यालय के तुलसी सभागार में कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित का अभिनंदन किया गया। कुलपति सम्मान समारोह के इस अवसर पर मंचस्थ एवं अन्य अतिथियों द्वारा दीप-प्रज्वलन करके मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन किया गया।
इसी अनुक्रम में दीपिका, अज़रा, संध्या, मान्या, तन्वी, रश्मि छात्राओं ने डॉ० अमन चंद्रा, एसो० प्रोफेसर, इतिहास विभाग एवं डॉ० ममता शुक्ला, सहायक आचार्य, मनोविज्ञान विभाग के नेतृत्व में सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया।
स्वागत- सम्मान के इस क्रम में मुख्य अतिथि प्रो० मनोज दीक्षित को प्राचार्य डॉ० डी० के० गुप्त ने बैच अलंकरण, माल्यार्पण, एवं उत्तरीय आदि से सम्मानित किया। माननीय सत्यदेव सिंह, प्राचार्य डॉ० डी० के० गुप्त, कश्मीर सिंह सलूजा, सचिव प्रबंध समिति, मुख्य नियंता डॉ० जितेंद्र सिंह को माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कुलपति महोदय ने संबोधित करते हुए कहा कि स्वागत- सम्मान का यह समय बर्बाद करने वाला तरीका उचित नहीं है, बेहतर हो कि ऐसे मौकों पर फूल की जगह पुस्तकें भेंट कर स्वागत-सम्मान किया जाय। स्वागत की परंपरागत औपचारिकता से बचने की जरूरत है। छात्रों से संवाद करते हुए कुलपति जी ने कहा कि महाविद्यालय आने में अगर आनंद आ रहा हो, तो समझना चाहिए कि शिक्षा ठीक चल रही है। उन्होंने आगे कहा कि पढ़ना जरूरी है, पढ़कर सोचना जरूरी है, ऐसी शिक्षा जरूरी है जो हमारे मन को उदार बनाए। इस अवसर पर कुलपति जी ने भगवान गणेश और उनकी सवारी चूहे के प्रतीक को भी समझाया। उन्होंने कहा कि बुद्धि से आगे बढ़कर विवेक को जाग्रत करने की आवश्यकता है।
प्राचार्य डॉ० डी० के० गुप्त ने इस अवसर पर अपने सारगर्भित उद्बोधन में अपनी स्वानुभूति, उच्च शिक्षा का लक्ष्य बताते हुए महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, कर्मचारी बंधुओं के अपरिमित सहयोग के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व सांसद मा० सत्यदेव सिंह, सचिव कश्मीर सिंह सलूजा के प्रति भी विशेष सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में मा० सत्यदेव सिंह ने कुलपति प्रो० मनोज दीक्षित को एक फोन कॉल पर व्यस्ततम समय में से समय निकालकर महाविद्यालय आने के लिए आभार व्यक्त किया। साथ ही प्राचार्य डॉ० डी० के० गुप्त सहित सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर छात्रों को पुस्तक- संस्कृति एवं स्वच्छता- अभियान के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर सचिव, प्रबन्ध समिति के द्वारा स्वच्छता बनाए रखने के लिए खड़े होकर सभी को शपथ दिलाया गया।
महाविद्यालय के नवनिर्मित प्रशासनिक प्रखंड के लोकार्पण, एवं अभिनंदन समारोह के इस मौके पर डॉ० बी०पी० सिंह, डॉ० गोरेलाल प्रजापति, डॉ० अभय श्रीवास्तव, डॉ० दीनानाथ तिवारी, डॉ० राज बहादुर सिंह बघेल, डॉ० मंशाराम वर्मा, डॉ० आर० एस० सिंह, डॉ० शशिबाला, डॉ० रंजन शर्मा,डॉ० संदीप श्रीवास्तव, डॉ० बजरंगबली श्रीवास्तव, डॉ० वी० सी० एच० के० श्री निवास राव, डॉ० शिवशरण शुक्ल, डॉ० राजीव अग्रवाल, डॉ० अरुण प्रताप सिंह, डॉ० शरदचंद्र मिश्र, डॉ० जय शंकर तिवारी,डॉ० दिलीप शुक्ल, डॉ० विश्वदीपक त्रिपाठी, डॉ० अमित शुक्ल, डॉ० अजीत मिश्र, डॉ० चंद्रप्रकाश पांडेय, डॉ० रामिन्त पटेल, डॉ० अवधेश कुमार वर्मा, अमरेश वर्मा आदि प्राध्यापकों की सक्रिय उपस्थिति सराहनीय रही। एन० एस० एस०, एन० सी० सी०, रोवर्स- रेंजर्स, रेडक्रास के विद्यार्थियों की रचनात्मक भूमिका ने कार्यक्रम को सफल एवं चारुतरं बनाया। शिवानी सिंह समूह ने राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत रंगोली बनाकर सबका मन मोह लिया। डॉ० अतुल कुमार सिंह एवं डॉ० शैलेन्द्र नाथ मिश्र ने क्रमशः संचालक, सह- संचालक के महत्वपूर्ण दायित्व का निर्वाह किया।