रिपोर्टर
बलरामपुर जिले में बीजेपी पार्टी के चुनाव पर कइयों की नज़रों के बीच में नगर अध्यक्ष के लिए रामप्यारे कश्यप ने भी अपनी दावेदारी पेश की और अटल भवन में पर्चा दाखिल किया।
बताते चले कि सन 1995 से बूथ लेवल के अध्यक्ष से अपनी राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले रामप्यारे जी बीजेपी के कर्मठ कार्यकताओ और सक्रिय सदस्यों में गिनती होती है।
इससे पहले वो आरएसएस के कार्यकर्ता के रूप में भी कार्य कर चुके है।
अत्यंत गरीबता के बीच जीवन शुरू करने वाले राम प्यारे जी पार्टी द्वारा दी गयी प्रत्येक जिम्मेदारी को पूरी कर्मठता के साथ निभाते आये जिसके फलस्वरूप बीजेपी पार्टी ने भी हमेशा उन पर भरोसा करते हुए जिम्मेदार पदों पर बैठाया।
2016 में पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष बनाये गए जिसमे जिले के पिछड़े वर्ग के लोगो केे बीच बीजेपी पार्टी के नीतियों को घर घर पहुचाने में सफल रहे,जिसके कारण पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ताओ के बीच काफी लोकप्रिय है।नगरपालिका द्वारा होने वाले सभासद के चुनाव में भी अपनी इसी छवि के बदौलत लगातार तीन बार टेढ़ी बाजार मोहल्ले के सभासद रहे।इसके अलावा राम लीला कमेटी के उपाध्यक्ष,कश्यप समाज के राम जानकी मंदिर के महामंत्री सहित समाज के विभिन्न संगठनों पर कार्य कर रहे है।
अपनी इसी छवि और सादगी,मेहनत के बदौलत और बीजेपी पार्टी में कार्यकर्ताओं की महत्ता को देखते हुए नगर अध्यक्ष पद हेतु एक प्रबल दावेदार के रूप में उभरे है।
पहुचाने में सफल रहे,जिसके कारण पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ताओ के बीच काफी लोकप्रिय है।नगरपालिका द्वारा होने वाले सभासद के चुनाव में भी अपनी इसी छवि के बदौलत लगातार तीन बार टेढ़ी बाजार मोहल्ले के सभासद रहे।इसके अलावा राम लीला कमेटी के उपाध्यक्ष,कश्यप समाज के राम जानकी मंदिर के महामंत्री सहित समाज के विभिन्न संगठनों पर कार्य कर रहे है।
अपनी इसी छवि और सादगी,मेहनत के बदौलत और बीजेपी पार्टी में कार्यकर्ताओं की महत्ता को देखते हुए नगर अध्यक्ष पद हेतु एक प्रबल दावेदार के रूप में उभरे है।