सवांददाता
बलरामपुर |गायत्री परिवार जनपद बलरामपुर द्वारा 5 दिवसीय शक्ति संवर्धन 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन प्रातः 8 बजे से वैदिक मंत्रों के माध्यम से शुभारम्भ हुआ। शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली के नायक देवता प्रसाद जी ने यज्ञीय कर्मकांड को संपादित किया। संगीतज्ञ श्री बिरला जी ने गुरु वंदना के माध्यम उपस्थित परिजनों के अंदर श्रद्धा का उभार भर दिया। 33 कोटि देवशक्तियों का आवाहन आज 51 कुंडीय यज्ञ में किया गया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने आत्म कल्याण, एवं विश्व कल्याण के लिए गायत्री महामंत्र की आहुतियां समर्पित किया। टोली नायक श्री देवता प्रसाद जी ने यज्ञ की महत्ता को बताते हुए कहा कि यज्ञ जीवन का आधार है। यज्ञ के बिना वातावरण का परिष्कार नही होता है। यज्ञ करने से तन मन और जीवन सभी स्वास्थ्य रहते हैं। परिवार में सुसंस्कारीता का माहौल यज्ञ से ही आता है। संगीतज्ञ श्री बिरला जी ने ” होता है सारे विश्व का कल्याण यज्ञ से, जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ से” प्रज्ञा गीत के द्वारा यज्ञ की महत्ता बताई। प्रातः सुगंधित हवन सामग्री से जैसे ही हजारों गायत्री परिजनों ने यज्ञ में भाव भारी आहुतियां समर्पित की वैसे ही पूरा रमना परक का परिसर सुगंध से सराबोर हो उठा। मीडिया प्रभारी सुनील वर्मा ने बताया कि प्रातः 5 बजे से योग और ध्यान, शाम 6 बजे से संगीत और प्रवचन का कार्यक्रम होगा। मुख्य प्रबंध ट्रस्टी अशोक गुप्ता जी ने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार के मनीषी आदरणीय वीरेश्वर उपाध्याय 29 मार्च को दोपहर 2 बजे से जिले भर के कार्यकर्ताओं की गोष्ठि लेंगे। यज्ञीय व्यवस्था सीताराम वर्मा की देखरेख में की गई। इस अवसर पर सतीश मिश्रा, कृष्ण कुमार कश्यप, राम आधार मोदनवाल, शिव प्रसाद वर्मा, मीरा मिश्रा, अंगद प्रजापति, राधे गोविंद गुप्ता, सुरेश वर्मा, शिव कुमार कश्यप, संदीप जायसवाल आदि लोग उपस्थित रहे।