बलिया | जी हां आपको बताते चले कि बलिया जनपद में आज गुरु गोविंद सिंह की जयंती पर बलिया नगर पालिका क्षेत्र में निकाला गया भव्य जलूस जिसमें महिला और पुरुष की भागीदारी रही वही नगर पालिका अध्यक्ष चेयरमैन भी इस जुलूस में साथ साथ रहे आपको बता दें कि इससे गुरु गोविंद सिंह की जुलूस में शहर के सारे रोडो को साफ सुथरा और फूल मालाओं से बिखेर दिया जाता है। वहीं इस जुलूसa में कोतवाली पुलिस की कड़ी सुरक्षा मौजूद रही। गुरु गोविंद सिंह जयंती सिखों के प्रमुख त्योहार है। वहीं इसी दिन गुरु गोविंद सिंह जयंती पर वीरता को नमन किया जाता है। गुरु गोविंद सिंह सीखों के दसवें गुरु थे। उन्होने खालसा पंथ की स्थापना की। उन्होने पंज प्यारे और 5 ककार शुरू किए थे। इसके साथ ही गुरू गोबिन्द सिंह ने सिखों की पवित्र ग्रन्थ गुरु ग्रंथ साहिब को पूरा किया तथा उन्हें गुरु रूप में सुशोभित किया।
गुरु गोविंद सिंह जयंती पर गुरुद्वारों में विशेष साज-सज्जा की जाती है। इस दिन सुबह से ही गुरुद्वारों में धार्मिक अनुष्ठानों का सिलसिला शुरू होकर देर रात तक चलता है। इस दिन गुरुवाणी का पाठ, शबद कीर्तन किया जाता है। खालसा पंथ के लिए यह दिन विशेष महत्व रखता है। गुरु गोविंद सिंह जी को सिख धर्म का सबसे वीर योद्धा और गुरु माना जाता है। गुरुजी ने निर्बलों को अमृतपान करवा कर शस्त्रधारी कर उनमें वीर रस भरा। उन्होंने ही खालसा पंथ में ‘सिंह’ उपनाम लगाने की शुरुआत की। इस तरह उनकी वीरता को याद किया जाता है। साथ ही जिस तरह से उन्होंने अपने धर्म को आगे बढ़ाया और कुर्बानी दी वैसे ही आगे बढ़ाने का संकल्प भी लिया जाता है।