मनकापुर गोण्डा | नवोदित साहित्य संस्थान भोपतपुर के तत्वावधान में मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन रायलसन पब्लिक इंटर कॉलेज भोपतपुर गोण्डा में किया गया जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ गुरू चंद्र नारायण शुक्ल जी ने की तथा सरस्वती वंदना राम तेज शर्मा ने किया तथा संचालन संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर वी एन शर्मा जी ने किया इसके साथ गोष्ठी में तमाम वरिष्ठ युवा व क्षेत्रीय कविगण तथा श्रोतागण उपस्थित रहे सर्वप्रथम कवि काशीराम ‘कृष्न’ ने जीवन जीने के बारे में एक रचना पढ़ी “खुदा करे सबके जीवन में उजाला आये| खुशियों में बीते साल एक दिन न काला आये|| इसके बाद रघु भूषण तिवारी ने एक बहुत ही सामयिक रचना पढ़ी “मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे हर लोग बनाते हैं| जो हो गए शहीद उन्हें हम क्यों भुलाते हैं| अध्यापक एवं वरिष्ठ कवि रामतेज शर्मा जी ने बहुत ही मार्मिक रचना पढ़ी “रातों को ख्वाबों में मेरे तुम आया न करो, सोने दो मुझको नींदों में जगाया न करो|”
बहुत ही वरिष्ठ व्यक्तित्व के धनी एवं कवि हरीराम शुक्ल ने सिपाहियों पर एक रचना पढ़ी “हर एक दीप की है रखवारी, सलभ सिपाही आरी आरी| सरहद पर हैं परे| जगमग दीप जरे||”
अनुभवी कवि शत्रुहन सिंह कमलापुरी ने कोरोना के ऊपर रचना पढ़ी “करोना के काल में फालतू न घूमो भाई, दूर दूर रहो बात मेरी सुन लो|”
दोहा सम्राट एवं कवि सुधांशु बसंत ने बहुत ही दमदार दोहा पढ़ा “मक्कारी, मक्कार की खुलती देर सवेर| वर्तमान को कष्ट है, बहुत हो रही देर||”
बाल कवि सूरज वर्मा ने पढ़ा “आये थे जब राम अयोध्या, वह शुभ दिन आ रहा दोबारा गोष्ठी के अंत में संचालन कर रहे योग्य एवं विद्वान कवि डॉक्टर वी एन शर्मा ने अपनी रचना से सबको झकझोरा “आग लगी है दिग् दिगंत में धुँआ धुआँ फैला चहुँ ओर| काला काला भविष्य देखता ठगा ठगा सा खड़ा किशोर इसके अलावा गोष्ठी में श्री चंद्र नारायण शुक्ल, श्री राधे रमण तिवारी, वीरेन्द्र नाथ पांडेय, धर्मेन्द्र, जीतेंद्र, राम भूल, राजकुमार, हनुमान दीन पाण्डेय बेधड़क, अजय कुमार,आदि श्रोतागण मौजूद रहे|