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लचर कानून ब्यवस्था के आगे महिलाएं उत्पीड़न सहने को हैं मजबूर

थाने से लेकर जिला व प्रदेश के कुछ अधिकारियों से पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार
सुरेश कुमार तिवारी
कहोबा चौराहा गोंडा। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में महिला उत्पीड़न से जुड़े ऐसे कई मामले सामने आये हैं जिनमे लोकल पुलिस एवं महिला थाने की कार्यवाही महिलाओं का पक्ष लेती नही दिखाई दे रही है। जिसका परिणाम यह है की महिलाएं इन्साफ के लिए सालों से थाना पुलिस का चक्कर काट कर निराश हो चुकी है। ऐसा ही एक प्रकरण थाना धानेपुर क्षेत्र के दुल्हापुर अंतर्गत ग्राम कोइरीपुर से जुड़ा है। थाना क्षेत्र खोरहंसा के मीरनटोला गाँव की रहने वाली खुशनाज कि शादी धानेपुर थाना क्षेत्र दुल्हापुर के ग्राम कोइरीपुर निवासी रियासत पुत्र लियाकत के साथ हुयी थी। 25 नवम्बर को खुशनाज के भाई असलम ने धानेपुर पुलिस से शिकायत करते हुए बताया की उसकी बहन को सोने की चेन व पचास हजार रूपये के लिए ससुराली जनो द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। शिकायत की जांच करने वाले अधिकारी दयानन्द ने अपनी रिपोर्ट में लिखा की आपसी विवाद होने की वजह से भाई ने दहेज सम्बन्धी शिकायत किया है खुशनाज अपनी ख़ुशी ससुराल में है अन्य किसी कार्यवाही की ज़रूरत नही है। किन्तु 18 दिसम्बर को खुशनाज़ ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दे कर उसी शिकायत की पुनरावृत्ति करके यह साबित कर दिया है की स्थानीय पुलिस द्वारा प्रथम शिकायत पर बिना जांच किये मिथ्या रिपोर्ट के आधार पर शिकायत का निस्तारण किया गया था। ऐसे एक नही दर्जनों उदाहरण दिए जा सकते है जिनमे महिलाओं को न्याय पाने के लिए सालों से दरदर की ठोकरें खानी पड़ रहीं है, इनसे से कुछ ने तो थक हार कर उत्पीड़न सहना ही अपना नसीब समझ लिया है तो कुछ ऐसी महिलाएं भी है जो सालों से न्याय की उम्मीद लिए दरबारों में चक्कर काट रही हैं।

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