मसकनवा गोंड़ा: विकासखण्ड छपिया में पुराने परिवार रजिस्टरो को सहेज कर रखना अधिकारियों लिए कोई मायने नही रखता ग्रामसभा हथिनीखास के दानेपुर का मामला परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज होने के बाद भी नही बना मृत्यु प्रमाण रामबहोर वर्मा निवासी दानेपुर ने बताया है कि मेरी मां की मृत्यु हो जाने के बाद मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन सेक्रेटरी व एडीओ पंचायत की लापरवाही से कई महीने बीत जाने के बाद रिपोर्ट नही लगाई गई
तो फिर बहुत जोर सिफारिश के बाद यदि रिपोर्ट लगाई गई तो उसमें कहा गया कि परिवार रजिस्टर में किसी परिवार का नाम दर्ज नही है इसलिए पहले रजिस्टर में नाम दर्ज कराए लेकिन पीड़ित रामबहोर वर्मा ने बताया हैं की मेरा नाम दर्ज था रजिस्टर में जो कि मेरे पास परिवार रजिस्टर की नकल मौजूद है।
अब सवाल यह उठता है कि यदि रामबहोर वर्मा का नाम दर्ज हुआ था तो परिवार रजिस्टर से गायब कैसे हो गया ये सोचने की बात है पीड़ित ने यह भी बताया है कि माँ तबियत ज्यादा खराब था और दवा करवाने के लिए कुछ पैसो की जरूरत थी तो बैंक से कर्ज लिया था कुछ दिन बाद मेरी माँ का मृत्यु हो गया आर्थिक स्थिति की समस्या के चलते कर्ज न चूका पाने तक सरकार कर्जमाफी की योजना चलायी गयी जिसके लिए मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते मेरा मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन सका जिससे पीड़ित योजना का लाभ नही उठा पा रहा है
*अवध की आवाज़ न्यूज़ संवाददाता गोण्डा से मोहम्मद मैनुद्दीन की रिपोर्ट*