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एसीएमओ द्वारा निजी गुर्गे के साथ किए गए क्लीनिक के जांच व दिए गए तहरीर पर अभियोग दर्ज न होने से उठ रहे सवाल

कनिष्ठ लिपिक अधिसंख्य ने अपने आप को बताया एकाउंटेंट

कहोबा चौराहा,गोण्डा। एसीएमओ डा0 टीपी जायसवाल द्वारा दिनांक 15 सितम्बर 2021 को अपने विभागीय कर्मी व अपने पालतू गुर्गे विजय व वाहन चालक मो0 शकील के साथ कटरा बाजार स्थित डॉ0 कयूम के क्लीनिक पर धावा बोलकर वहां मौजूद औषधियों की जांच कर डुप्लीकेट दवाइयां रखने का आरोप लगाते हुए डा0 व उनके पुत्र को डराया गया। तत्पश्चात स्थानीय थाने पर अभियोग दर्ज करने हेतु तहरीर देकर थाना प्रभारी से कहा गया कि जब कहेंगे तब अभियोग दर्ज करना परंतु आज एक महीने से अधिक हो रहे हैं डा0 व क्लीनिक के विरुद्ध अभियोग दर्ज न होने से एसीएमओ के कार्यशैली पर कई सवाल पनप रहे हैं। डा0 कयूम के पुत्र मुन्ना ने यह भी बताया कि कनिष्ठ लिपिक अधिसंख्य व अपने निजी गुर्गे के साथ एसीएमओ द्वारा हमारे पिता के क्लीनिक पर छापा डालकर डुप्लीकेट दवाइयां रखने का आरोप लगाने के बावजूद थाने में तहरीर दिया गया जिससे हमारे मान सम्मान व्यवसाय को काफी नुकसान हुआ है। साथ में यह भी बताया कि एसीएमओ के मौजूदगी में कनिष्ठ लिपिक अधिसंख्य द्वारा अपना मूल पद न बताकर एकाउंटेंट बताया गया जो कानूनन अपराध है। डॉ0 पुत्र ने यह भी कहा कि यदि मै दोषी हूं तो मेरे प्रति अन्यथा उच्चाधिकारी के आदेश बगैर ही निजी गुर्गे को साथ लेकर एसीएमओ द्वारा क्लीनिक व औषधि की जांच करने तथा गलत पद बताकर गलत आरोप लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही होनी चाहिए।

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